चीताखेड़ा । मध्य प्रदेश शासन के द्वारा विशेष राजस्व शिविर अभियान 3.0 प्रकरणों के त्वरित एवं राजस्व अभिलेखों को अद्यतन किये जाने हेतु जिला कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के आदेशानुसार तहसीलदार के मार्गदर्शन में राजस्व अभियान शिविर का आयोजन आज चीताखेड़ा पटवारी कार्यालय पर आयोजित किया जा रहा है।
उपरोक्त जानकारी चीताखेड़ा हल्का पटवारी नरेन्द्र योगी ने प्रेस विज्ञप्ति में देते हुए बताया है कि जिन किसान बंधुओं ने अभी तक ई-केवाईसी और फार्मर आईडी नहीं बनवाई है सभी किसान बंधु आयोजित शिविर में बनवाए। पटवारी ने बताया है कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने किसानों के लिए बड़ी योजना बनाई है। आम नागरिक, पेंशनर छात्रों के बाद अब किसानों का डेटा भी केंद्र सरकार के पास ऑनलाइन मौजूद रहेगा। केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनके पास फार्मर आईडी होगा। यह आईडी आधार नंबर से लिंक होगा।
पटवारी ने कहा है कि 3 भागों वाली इस योजना के पहले चरण में देशभर के किसानों को फार्मर आईडी दी जाएगी। आईडी हासिल करने के लिए किसानों को अलग-अलग शिविरों के माध्यमों से पंजीयन करना होगा। इसके साथ ही हर कृषि भूमि का भी पहचान पत्र यानी फार्म लेंड आईडी भी बनाई जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार केंद्र सरकार को हर कृषि भूमि की डिटेल भेजेंगी। पटवारी नरेन्द्र योगी ने किसान फार्मर आईडी से किसानों को होने वाले लाभ की जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी केंद्र की 6 योजनाओं के लिए अलग-अलग चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। कृषि ऋण योजना, मुख्यमंत्री किसान सहायता योजना, स्वास्थ्य कार्ड, कृषि मशीनीरी करण योजना जैसे राज्य सरकार की योजनाओं के लिए अब सिर्फ फार्मर आईडी ही देना होगा पटवारी नरेंद्र योगी ने बताया कि किसान फार्मर आईडी मोबाइल ऐप से। कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी बना सकते हैं। फॉर्म सबमिट होने के बाद मैं पटवारी उसका वेरिफिकेशन करूंगा।
उनके सत्यापन के बाद 24 घंटे में फार्मर आईडी किसान के मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से आ जाएगी। किसान अपनी फार्मर आईडी पंजीयन के लिए मुख्य रूप से कृषि भूमि स्वामी का बी -1 खसरा नंबर या ऋण पुस्तिका और आधार कार्ड तथा मोबाइल नंबर साथ ले जाएं। कल दिवस 7 फरवरी 2025 शुक्रवार को चीताखेड़ा पटवारी कार्यालय पर आयोजित शिविर में बकाया किसान बंधु समय पर पहुंचकर ई-केवाईसी और फार्मर आईडी बनवाएं।