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चीताखेड़ा की विजयश्री: गांव से टीवी शो तक का सफ़र, ‘इंडियाज़ बिगेस्ट फूडी’ में बनाई अपनी जगह

भगत माँगरिया August 13, 2025, 8:18 am Technology

चीताखेड़ा। नीमच ज़िले के छोटे से गाँव चीताखेड़ा की छोटे से किसान परिवार की बेटी विजयश्री ने साबित कर दिया है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, इसी तर्ज पर किसान की बेटी विजयश्री माली ने हिम्मत और मेहनत के बल पर कोई भी सपना साकार हो सकता है। 'अतरंगी विशी’ नाम से मशहूर विजयश्री आज एक सफल यूट्यूबर हैं, जिनके यूट्यूब चैनल पर 1 मिलियन से ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं, जबकि फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स उन्हें पसंद करते हैं। विजयश्री माली ने अपने गाँव से शुरुआत कर सोशल मीडिया की दुनिया में अपनी पहचान बनाने हेतु कई बड़े यूट्यूब इवेंट्स में हिस्सा ले चुकी हैं और सिल्वर व गोल्डन प्ले बटन हासिल कर चुकी हैं।

अब वे अपनी सफलता को एक नए मुकाम पर ले जाते हुए टीवी शो ‘इंडियाज़ बिगेस्ट फूडी’ में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं।मुंबई में शो के लिए चयनित होने के बाद जब विजयश्री माली के अपने पैत्रिक गाँव लौटने पर चीताखेड़ा के मंडी समिति सदस्य राजेन्द्र सिंह तोमर, राजेश जैन, कालू सिंह जाट, भंवरलाल बसेर, दशरथ माली, अक्षय जैन,भगत मांगरिया, नागेश्वर जावरिया, मनसुख जैन, विकास प्रजापत, शहीद शाह सहित कई वरिष्ठ लोगों का हुजूम घर पहुंच गया और उनको फूल मालाओं से आत्मिय भव्य स्वागत किया। बचपन से पढ़ाई में तेज़ विजयश्री ने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनीं और नौकरी के लिए जयपुर पहुँचीं।शहर में काम करने का अनुभव आसान नहीं था। नए माहौल, नए लोगों और सीमित साधनों के बीच उन्होंने अपनी पहचान बनाने के लिए जी-जान लगा दी। लेकिन फिर आया कोविड का दौर — अचानक उनकी नौकरी चली गई और ज़िंदगी एकदम बदल गई। आर्थिक परेशानी, अनिश्चित भविष्य और चारों ओर मायूसी के बावजूद विजयश्री ने हार नहीं मानी। ऐसे मुश्किल समय में उन्होंने अपने जुनून और जज्बे कमजोर नहीं पड़ने दिया और ‘अतरंगी विशी, नाम से यूट्यूब चैनल शुरू किया। शुरू में सिर्फ़ एक मोबाइल फोन और साधारण कैमरे के साथ वीडियो बनाए, कई बार इंटरनेट की धीमी स्पीड और लोगों की हंसी-मज़ाक भी झेली। लेकिन कंटेंट की मेहनत और क्रिएटिव आइडियाज़ से धीरे-धीरे उनके वीडियो वायरल होने लगे। और आज वह एक सफल यूट्यूबर और रियलिटी शो का हिस्सा है। इनका कहना :- गाँव की मिट्टी ने मुझे पहचान दी, मेरे मम्मी पापा ने मेरा होंसला बढ़ाया। अब मैं उसी मिट्टी का नाम और ऊँचा करने का सपना देख रही हूँ"** — विजयश्री, ‘अतरंगी विशी आज विजयश्री सिर्फ़ एक कंटेंट क्रिएटर नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं

— यह साबित करते हुए कि गाँव से निकली आवाज़, अगर सच्ची और मेहनती हो, तो पूरे देश में गूंज सकती है।

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