नीमच । नीमच जिले में नवीन उद्योगों की स्थापना के लिए अपार संभावनाए है। जिले में नये औद्योगिक कलस्टर एवं औद्योगिक क्षेत्रों के विकास कार्य हो रहे हैं। इन कलस्टरों और क्षेत्रों में पर्याप्त भूमि, भूखण्ड उपलब्ध है।
यह जानकारी विधायक ओमप्रकाश सखलेचा, दिलीप सिंह परिहार एवं अनिरूद्ध मारू की उपस्थिति एवं कलेक्टर हिमांशु चन्द्रा की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में औद्योगिक निवेश एवं नवीन उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित बैठक में दी गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल, जिला पंचायत सी.ई.ओ. अरविंद डामोर, उद्योग संघ के अध्यक्ष, प्रतिनिधि, मण्डी व्यापारी संघ के पदाधिकारी, मण्डी व्यापारी, लघु उद्योग भारती के पदाधिकारी, उद्योगपति एवं विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में महाप्रबंधक उद्योग सुश्री योगिता भटनागर ने अवगत कराया, कि जिले में नवीन उद्योगों की स्थापना के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध है। चैनपुरा में 55 हेक्टेयर, बामनबर्डी में 67 हेक्टेयर, जाट में 81 हेक्टेयर, जनकपुर में 3 हेक्टेयर, दारू में 55 हेक्टेयर, एवं सगराना में 57 हेक्टेयर भूमि नवीन उद्योगों की स्थापना के लिए उपलब्ध है।
केशरपुरा, दुधवा एवं सगराना में नवीन औद्योगिक कलस्टर प्रस्तावित किए जाकर, विकास कार्य जारी है। केशरपुरा में 5 उद्योगिक ईकाई में 40 करोड़ के निवेश प्रस्ताव, सगराना में 5 ईकाईयों के लिए 44 करोड़ एवं दारू में 34 ईकाईयों की स्थापना के लिए 72 करोड़ के प्रस्ताव प्राप्त हुए है। मनासा के देवरी खवासा में एवं नीमच के चीताखेड़ा में औद्योगिक विकास निगम द्वारा नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं। बैठक में विधायक सखलेचा ने विधानसभा क्षेत्रवार औद्योगिक क्षेत्रों, कलस्टरों में हुए विकास कार्यों एवं नवीन उद्योग स्थापना के कार्य के संबंध में पॉवर प्रेजेंटेशन तैयार कर उपलब्ध करवाने विधायक परिहार ने औद्योगिक क्षेत्रों की जमीन पर अवैध अतिक्रमण नहीं होने देने व विधायक मारू ने नये औद्योगिक क्षेत्रों का पूर्ण विकास कार्य करवाकर उद्योगों को भू-खण्ड आवंटित करने का सुझाव दिया। बैठक में उद्योग संघ के प्रतिनिधियों ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये। बैठक में कलेक्टर हिमांशु चन्द्रा ने कहा, कि 30 नवम्बर को नीमच में नवीन उद्योग स्थापना एवं निवेश प्रोत्साहन के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इस कार्यशाला में निवेशक उद्योगपति, नव उद्यमी, उद्यमी उपस्थित होकर अपने महत्वपूर्ण सुझाव दे सकते हैं। कार्यशाला में उद्योग स्थापना के लिए शासन से मिलने वाली ऋण व अनुदान योजनाओं और सुविधाओं की जानकारी भी दी जावेगी।