राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा में बड़ा बदलाव हो सकता है। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने संकेत दिया है कि नीट यूजी परीक्षा पेन एवं पेपर मोड से ऑनलाइन मोड (CBT Mode) में शिफ्ट हो सकती है। विशेषज्ञ पैनल की ओर से सिफारिश आई है। परीक्षा में सुधार के लिए परामर्शों पर स्वास्थ्य मंत्रालय और एनटीए विचार-विमर्श कर रहा है। नीट यूजी पेपर लीक मामलों को देखते हुए इस साल की शुरुआत में केंद्र सरकार ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाओं में सुधार के लिए पूर्व इसरो प्रमुख राधाकृष्णन ने नेतृत्व में 7 सदस्यीय पैनल का गठन किया है।
कमिटी की सिफारिशों पर मंत्रालय ने प्रतियोगी परीक्षा में संशोधन करने की तैयारी शुरू भी कर दी है। इन बदलावों को लेकर खाका भी तैयार किया जा रहा है। हालांकि अब तक कोई भी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। नीट यूजी में बदलाव होगा या नहीं इसका पता नोटिफिकेशन आने के बाद ही चलेगा। इन बदलावों की भी संभावना मेडिकल प्रवेश परीक्षा यदि ऑनलाइन मोड में नहीं हो पाती है तो इसके लिए हाइब्रिड मोड अपनाने की सिफारिश भी की गई है।
जिसके तहत प्रश्नपत्र डिजिटल रूप में सभी परीक्षा केंद्रों को भेजे जाएंगे। उम्मीदवार अपने उत्तर पेपर पर भी दर्ज करेंगे। इससे परीक्षा में पारदर्शिता और सुरक्षा भी बढ़ेगी। इतना ही नहीं नीट यूजी के अटेम्पट को भी सीमित करने की रिपोर्ट सामने आई है। उम्मीदवारों को सिर्फ 4 बार नीट यूजी एग्जाम में शामिल होने का अवसर मिलेगा। हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। क्या है नीट यूजी एग्जाम? नीट यूजी परीक्षा में 12वीं पास या 12वीं के छात्र शामिल हो सकते हैं। एग्जाम में प्राप्त स्कोर के आधार पर देशभर के विभिन्न मेडिकल कॉलेज या संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक और अन्य पाठ्यक्रमों के लिए दाखिला होता है।
इस वर्ष करीब 24 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था है। अपडेट्स के लिए ऑफिशियल वेबसाइट neet.nta.nic.in विजिट करते रहने की सलाह दी जाती है।