भोपाल। मध्य प्रदेश के किसानों के लिए काम की खबर है। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ज्वार एवं बाजरा का उपार्जन 22 नवम्बर से 20 दिसम्बर तक और धान का उपार्जन 2 दिसम्बर से 20 जनवरी 2025 तक किया जायेगा। उपार्जन प्रत्येक सप्ताह के सोमवार से शुक्रवार तक होगा।इस साल धान की खरीदी 45 लाख मीट्रिक टन, बाजरा की 3 लाख मीट्रिक टन और ज्वार की 50 हजार मीट्रिक टन की जायेगी।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि किसानों की सुविधा की दृष्टि से धान विक्रय के लिये 1412 और मोटा अनाज (ज्वार-बाजरा) के लिये 104 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। ज्वार-बाजरा का उपार्जन 22 नवम्बर से और धान का उपार्जन 2 दिसम्बर से होगा। खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के लिये धान कॉमन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 और धान ग्रेड-ए का 2320 रुपये है। ज्वार मालदण्डी का 3421 रूपये, ज्वार हाईब्रिड का 3371 रुपये और बाजरा का समर्थन मूल्य 2625 रुपये है। किसानों की FAQ गुणवत्ता की उपज इन्हीं दरों पर उपार्जित की जायेगी। MP के किस जिले में कितने उपार्जन केन्द्र धान उपार्जन के लिए बालाघाट में 185, सतना में 144, जबलपुर में 125, रीवा में 123, सिवनी में 99, कटनी में 84, मण्डला में 67, नर्मदापुरम में 65, सिंगरौली में 58, शहडोल में 55, पन्ना में 47, नरसिंहपुर में 45, सीधी में 43, उमरिया में 42, अनूपपुर में 34, दमोह में 33, डिण्डोरी में 31, रायसेन में 25, सागर में 24, सीहोर में 17, बैतूल में 17, छिंदवाड़ा में 9, शिवपुरी में 8, भिण्ड में 7, दतिया में 7, ग्वालियर में 6, हरदा में 3, विदिशा में 2, मुरैना में 2 और अलीराजपुर, झाबुआ, गुना, भोपाल एवं अशोकनगर में एक-एक केन्द्र बनाये गये हैं।
ज्वार-बाजरा के उपार्जन के लिये रीवा में 2, सिंगरौली में 3, भिण्ड में 20, दतिया में 4, ग्वालियर में 12, मुरैना में 51 और नर्मदापुरम, शहडोल, पन्ना, नरसिंहपुर, सीधी, सागर, बैतूल, शिवपुरी, विदिशा, बड़वानी, बुरहानपुर और श्योपुर में एक-एक उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं।