सिहोर। आज पूरे देशभर में दशहरा का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन रावण का दहन कर बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश लोगों तक पहुंचाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था, तब से लेकर आज तक रावण दहन हर साल दशहरा के मौके पर किया जाता है। इस दौरान खुली जगह पर बड़े-बड़े रावण की प्रतिमाएं बनाई जाती है, जिसे शुभ मुहूर्त पर जलाया जाता है। इस दौरान भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है।
किसानों का अनोखा प्रदर्शन वहीं, मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में भी किसानों द्वारा अनोखे तरीके से रावण दहन किया गया। दरअसल, यह घटना रामाखेड़ी गांव की है। जब किसानों ने अनोखे तरीके से अपने समस्याओं का निराकरण ना होने के विरोध में प्रदर्शन किया और अति दृष्टि के कारण खराब हुई सोयाबीन की फसलों का रावण बनाकर उसका दहन किया। इस दौरान लोगों ने पेड़ पर चढ़कर घंटी बजाई। शौचालय के लिए रोजगार सहायक को रिश्वत मांगना पड़ा महंगा, लोकायुक्त ने रंगे हाथ पकड़ा सोयाबीन का रावण बनाकर किया दहन किसानों का कहना था कि लगातार हो रही अतिवृष्टि के कारण सोयाबीन की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। ऐसे में लसूडिया धाकड़ गांव सहित आसपास के दर्जनों गांव के किसानों ने खराब फसल का मुआवजा, बीमा राशि और सोयाबीन के उचित मूल्य ₹6000 प्रति क्विंटल की मांग की है।
इसे लेकर उन्होंने किसान और समाजसेवी एम.एस. मेवाड़ा के नेतृत्व में भोपाल जाकर कमिश्नर ऑफिस में ज्ञापन भी सौंपे थे। साथ ही मुख्य सचिव अनुराग जैन को से भी भेंट कर अपनी समस्या बताई थी। इसके अलावा, किसानों ने ट्रैक्टर रैली भी निकली थी लेकिन आज तक कृषि विभाग, तहसील राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया और ना ही कोई कार्रवाई की गई। इसलिए आज किसानों ने अनोखा प्रदर्शन किया है।