भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार को सीएम मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रालय में अहम कैबिनेट बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में कान्ह डायवर्शन क्लोज डक्ट परियोजना, समर्थन मूल्य पर सोयाबीन उपार्जन ,विधानसभा अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष अधिनियम में संशोधन का अनुमोदन और नवीन विधायक विश्राम गृह निर्माण के लिए 159 करोड़ 13 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस वर्ष दशहरा पर्व, शस्त्र पूजन के साथ मनाया जाएगा। सभी मंत्री अपने प्रभार के जिलों के पुलिस शस्त्रागार में शस्त्र पूजन करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव स्वयं स्त्री शक्ति और सामर्थ्य को नमन के प्रतीक स्वरूप लोकमाता अहिल्या देवी की राजधानी महेश्वर में दशहरे पर शस्त्र पूजन करेंगें।
BCCI ने किया रेस्ट ऑफ इंडिया की टीम का एलान, मध्य प्रदेश के खिलाडी सारांश जैन को भी मिला मौका BCCI ने किया रेस्ट ऑफ इंडिया की टीम का एलान, मध्य प्रदेश के खिलाडी सारांश जैन को भी मिला मौका मोहन कैबिनेट बैठक के 6 बड़े फैसले नवीन विधायक विश्राम गृह निर्माण : मंत्रि-परिषद द्वारा नवीन विधायक विश्राम गृह निर्माण के लिए 159 करोड़ 13 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। उल्लेखनीय है कि वर्तमान विधायक विश्राम गृह का निर्माण वर्ष 1958 में किया गया था। वर्तमान विश्राम गृह के पुराने पारिवारिक खण्ड क्रमांक-1 एवं शापिंग सेंटर के स्थान पर 102 आवास 5 ब्लाकों से निर्मित किये जाना है। प्रत्येक आवास का प्लिंथ एरिया 2615 वर्ग फीट होगा। नीमच 4 लेन सड़क निर्माण स्वीकृति: मंत्रि-परिषद द्वारा नीमच जिला अंतर्गत भाटखेड़ा से डुंगलावदा तक 4-लेन सीमेंट कांक्रीट सड़क लंबाई 16 कि.मी. के निर्माण के लिए 133 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गयी। विधानसभा अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष अधिनियम संशोधन :- विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष के भत्तों पर देय आयकर सरकार द्वारा भरने का प्रावधान है। विधानसभा अध्यक्ष ने 1 जुलाई को सदन में घोषणा की थी कि वे अपना आयकर स्वयं भरेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष (वेतन तथा भत्ता) अधिनियम में संशोधन करने संबंधी विधेयक पर मंत्रि-परिषद् ने अनुमोदन प्रदान किया है, जिसे विधानसभा के आगामी सत्र में प्रस्तुत किया जायेगा।
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष के भत्तों पर देय आयकर सरकार द्वारा भरने का प्रावधान है। नेता प्रतिपक्ष ने 1 जुलाई को सदन में घोषणा की थी कि वे अपना आयकर स्वयं भरेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में मध्यप्रदेश विधानसभा नेता प्रतिपक्ष (वेतन तथा भत्ता) अधिनियम में संशोधन करने संबंधी विधेयक पर मंत्रि-परिषद् ने अनुमोदन प्रदान किया। जिसे विधानसभा के आगामी सत्र में प्रस्तुत किया जायेगा। समर्थन मूल्य पर सोयाबीन उपार्जन :- मंत्रि-परिषद द्वारा खरीफ वर्ष 2024 (विपणन वर्ष 2024-25) में केन्द्र सरकार के प्राईस सपोर्ट स्कीम अंतर्गत सोयाबीन का पंजीकृत कृषकों से उपार्जन, राज्य उपार्जन एजेंसी म.प्र. राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित द्वारा किए जाने का निर्णय लिया गया। कृषकों का 25 सितम्बर से 20 अक्टूबर तक पंजीयन होगा एवं खरीदी (उपार्जन) 25 अक्टूबर से 31 दिसम्बर तक की जायेगी। सोयाबीन उपार्जन के लिये 1400 केंद्र बनाये जायेंगे, जिनमें यथा संशोधन भी किया जा सकेगा। प्रदेश में किसानों से 13.68 लाख मेट्रिक टन सोयाबीन न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रति क्विटंल 4892 रूपये की दर से उपार्जन किया जाएगा। निर्धारित मात्रा से अधिक उपार्जन होने पर राज्य सरकार अपने स्तर पर सोयाबीन की खरीदी करेगी। कान्ह डायवर्शन क्लोज डक्ट परियोजना:- मंत्रि-परिषद द्वारा अनुबंधित एजेंसी से सिंहस्थ-2028 के आयोजन के लिए समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने की महती आवश्यकता के दृष्टिगत प्रो-रेटा आधार पर “कान्ह डायवर्शन क्लोज डक्ट परियोजना” लागत राशि 919 करोड़ 94लाख रूपये की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन जिले की कान्ह डायवर्शन क्लोज डक्ट परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति रुपये 598 करोड़ 66 लाख की प्रदान की गई थी। परियोजना अंतर्गत कान्ह नदी के दूषित जल को 16.70 KM की भूमिगत क्लोज डक्ट से उज्जैन शहर की सीमा के बाहर कालियादेह के पास क्षिप्रा नदी में प्रवाह किया जाना प्रस्तावित था। कार्य के लिए मेसर्स वेंसर उज्जैन प्रोजेक्ट के साथ राशि रू. 479 करोड़ 89 लाख का 15 मार्च 2024 को अनुबंध निष्पादित किया गया। कार्य सितम्बर 2027 तक पूर्ण किया जाना है। दूषित जल को पवित्र क्षिप्रा नदी में मिलने से रोकने के लिए क्लोज डक्ट के एलाईंमेंट का परिवर्तन किया गया। परिवर्तन के बाद 18.5 किलोमीटर कट/कवर एवं 12 किलोमीटर टनल प्रस्तावित किये जाने से राशि रू. 321 करोड़ 28 लाख की वृद्धि होकर वर्तमान लागत 919 करोड़ 94 लाख हो रही है। सागर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव अगली रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 27 सितंबर को सागर में होगी। इसी क्रम में रीवा, नर्मदापुरम और शहडोल में भी दिसंबर 2024 तक क्षेत्रीय इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि कोलकाता में हुए रोड शो और उद्योगपतियों व निवेशकों से चर्चा के सत्र का उत्साहवर्धक प्रतिसाद मिला है। कोलकाता के रोड शो और परिचर्चा सत्र में 700 से अधिक उद्योगपतियों और निवेशकों ने सहभागिता की तथा मध्यप्रदेश में निवेश करने में रुचि दिखाई। कोलकाता के सत्र में हुई चर्चा के परिणामस्वरूप प्रदेश में लगभग 20 हजार करोड़ रूपए का निवेश संभावित है, जिससे लगभग 10 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। देश के 16 प्रमुख उद्योग समूह प्रदेश में इकाईयां लगाने के इच्छुक हैं। इस क्रम में बिरला समूह द्वारा बड़नगर (उज्जैन) में सीमेंट इकाई लगायी जाएगी। प्रदेश के परम्परागत उद्योगों को भी प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। 5 अक्टूबर को दमोह के संग्रामपुर में कैबिनेट बैठक आगामी 5 अक्टूबर की मंत्रि-परिषद की बैठक दमोह जिले के संग्रामपुर में होगी। यह रानी दुर्गावती के प्रति राज्य सरकार के सम्मान का प्रकृटीकरण है बैठक का आयोजन। उल्लेखनीय है कि संग्रामपुर रानी दुर्गावती की राजधानी रहा है। चुंकी इस साल 5 अक्टूबर को रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती है ।इस बैठक को उपचुनाव की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।