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सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र में श्री विश्वकर्मा जयंती सहित विभिन्न कार्यक्रमों का हुआ आयोजन।

Neemuch headlines September 18, 2024, 5:47 pm Technology

नीमच । भगवान श्री विश्वकर्मा जी को 'सृजन और निर्माण का प्रतीक' और श्री ब्रह्मा जी के सातवें पुत्र माना जाता है और लोग अपने औजारों, मशीनों, वाहनों और उपकरणों की पूजा करते हैं ताकि उनका कार्य सुचारू रूप से चले और सफलता मिले। यह दिन कर्मयोग का आदर्श प्रस्तुत करता है,

जिसमें व्यक्ति अपने कार्यों के प्रति निष्ठा और समर्पण रखता है। ऐसा माना जाता है कि श्री विश्वकर्मा जी की पूजा से सकारात्मक ऊर्जा आती है और विकास के मार्ग प्रशस्त होते हैं। ग्रुप केंद्र सीआरपीएफ नीमच के डी.आई.जी. श्री एस.एल.सी. खूप द्वारा ग्रुप केंद्र के 'मोटर परिवहन प्रांगण' में मंगलवार को शुभ मुहुर्त पर पूरे विधि- विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान श्री विश्वकर्मा जी की प्राण-प्रतिष्ठा कर प्रतिमा विराजमान की गई। ग्रुप केंद्र के सभी अधिकारियों, अधिनस्थ अधिकारियों और जवानों ने प्रतिमा की आरती उतारी और सभी वाहनों की पूजा करने के उपरांत बल की परम्परा के अनुसार सभी के लिए दोपहर के भोज की व्यवस्था की गई। इसके साथ ही, इस अवसर पर 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के तहत डी.आई.जी. श्री एस.एल.सी. खूप के साथ ग्रुप केंद्र के अधिकारियों, अधीनस्थ अधिकारियों एवं जवानों ने सीआरपीएफ के एटीसी ग्राउंड में पौधरोपण किया।

उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी केवल पेड़ लगाने तक की ही नहीं है, अपितु जो पेड़ हम लगा रहे हैं, हमें उनकी देखभाल एक बच्चे की तरह करने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी से यह अपील करते हुए कहा कि देश के हित तथा वातावरण को और अधिक शुद्ध बनाने हेतु 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान में सभी अधिक से अधिक सहभागिता निभायें तथा अधिक-से-अधिक पेड़ लगायें इसके अतिरिक्त, दस दिन विधि-विधान से श्रद्धा और आस्था के साथ पूजा-अर्चना करने के बाद आज अनंत चतुर्दशी के दिन ग्रुप केंद्र के कमांडेंट श्री राजेश कुमार सिंह द्वारा गणपति बप्पा की प्रतिमा की पूजा-अर्चना करके धार्मिक मान्यता एवं परम्परा अनुसार पूरे विधि-विधान के साथ गणपति बप्पा को खुशी-खुशी विदाई दी गई। इस प्रकार से दस दिनों तक भक्तों की सेवा और पूजा- अर्चन लेने के बाद आज गणपति बप्पा भक्तों से विदा होकर निज लोक गमन कर गए।

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