रतनगढ़ । ग्राम जाट में इस वर्ष जलझूलनी एकादशी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सभी मंदिरों से राम रेवाड़ी (बेवाणो) को आकर्षक रुप से सजावट कर श्री कृष्ण कन्हैया लाल के बाल स्वरूप को बेवाड मे विराजमान करके चारभुजा नाथ बड़े मंदिर पर लाया गया । जहां से सर्व हिंदू समाज के सैकड़ों श्रद्धालु महिला पुरुष भक्तों ने एकत्रित होकर बड़े मंदिर से ढोल, डीजे व बैंडबाजों की मधुर स्वर लहरियों में सुमधुर भजनों की धुन पर नाचते गाते अबीर गुलाल एवं फूलों की वर्षा करते हुए भगवान के जयकारे लगाते हुए भक्तों द्वारा अपने कांधे पर सभी राम रेवाड़ीयो को उठाकर ग्राम के सभी प्रमुख मार्गों से होते हुए भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें ग्राम के युवा भक्तजन महिला और पुरुषों सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालु भक्तों ने भी बड़ी संख्या में बढ़ चढ़कर भाग लिया व महिलाओं द्वारा श्री कृष्ण के मंगल गीत गाए। डीजे की धुन पर नाचते-नाचते शोभायात्रा सरोवर पर पहुंची जहां पर सभी विमानों में विराजित भगवान के बाल स्वरूप ठाकुर जी को सामूहिक रूप से जल विहार करा कर पूजा आरती करके महा प्रसादी वितरण की गई। एवं पुनःशोभा यात्रा मैं शामिल सभी राम रेवाड़ीया सरोवर से वापस आते समय छतरी वाले पशुपतिनाथ मंदिर पर रुके जहां सभी बेवाणो की पूजा आरती करके प्रसाद वितरण किया गया। साथ ही पशुपतिनाथ मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा सभी मंदिरों के पुजारियों को साफा बंधा कर व श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया। वहां से सभी बेवाणों यथा स्थान अपने-अपने मंदिरों पर ले जाकर आरती कर प्रसादी वितरण की गई। पूरे आयोजन के दौरान एहतियात के तौर पर पुलिस प्रशासन की व्यवस्था भी पूरी तरह से चाक-चौबंद रही।