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कष्ट भन्जन भगवान हनुमान बने कष्ट भंजन देव गणेश, नीमच में आकर्षण का केंद्र बना गणपति ग्रुप के गुजरात गणेश, बप्पा का रोजाना नए रूप में किया जा रहा श्रृंगार।

Neemuch headlines September 9, 2024, 5:42 pm Technology

नीमच । गणेशोत्सव के चलते पूरा नगर गजानन की आराधना में डूब गया है। देर रात तक पंडालों में प्रथम पूज्य देव गणेश को सजाने की तैयारियां चलती है। वही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने भी गणेश उत्सव के मद्देनजर कमर कस रखी है। कई लोगों ने अपने घरों में विघ्नहर्ता, सुख-समृद्धि के देवता भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना की हैं। लेकिन नीमच शहर में एक गणेश प्रतिमा लोगों के बीच चर्चा बनी नी हुई है। आपको बता दें कि यह भगवान गणेश की प्रतिमा नीमच के दशहरा मैदान में गणपति ग्रुप द्वारा बैठाई गई है।

इस दौरान गणपति ग्रुप के सदस्यों ने बताया की नीमच जिले में भक्ति और आस्था का पर्व गणेशोत्सव व गणपति ग्रुप के 21 वर्ष पूरा हो 22 वे वर्ष में प्रवेश पर गणपति ग्रुप द्वारा भगवान गणपति का 70 बाय 130 स्क्वायर फिट का वाटर प्रूफ भव्य पंडाल दशहरा मैदान में तैयार किया गया है।

10 दिवसीय पूजनोत्सव के दौरान गणपति ग्रुप द्वारा गणपति प्रतिमा को गुजरात के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक सारंगपुर के कष्टभंजन हनुमान का रूप दिया गया है। वहीं पूरे पंडाल को कष्टभंजन हनुमान मंदिर के किले की तरह प्रदर्शित किया गया है। गुजरात के सारंगपुर का कष्टभंजन हनुमान मंदिर किसी किले की तरह दिखाई देता है। इसका स्वरूप बहुत ही भव्य है। मंदिर अपने पौराणिक महत्व, सुंदरता और भव्यता की वजह से काफी प्रसिद्ध है। कष्टभंजन हनुमानजी सोने के सिंहासन पर विराजमान हैं। हनुमानजी की प्रतिमा के आसपास वानर सेना दिखाई देती है। हनुमानजी के साथ ही शनिदेव स्त्री रूप में भी विराजित हैं। शनि हनुमानजी के चरणों में स्त्री के रूप में बैठे हैं। कष्ट भंजन देव गणेश की प्रतिमा हुई स्थापित - पुरे पंडाल में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही निजी सुरक्षा कर्मी की भी तैनाती की गई है। वहीं, वहीं, दशहरा मैदान में स्थित इस किले के पंडाल पर उत्कृष्ट कलाकारों द्वारा विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की अति आकर्षक गुजरात के सारंगपुर वाले कष्टभंजन हनुमान की प्रतिमा स्थापित की गई है। जिसकी ऊंचाई 14 फीट है। वही मूर्ति का आकर्षण देखते ही बन रहा है।

कष्ट भंजन देव गणेश की प्रतिमा हुबहू कष्ट भंजन हनुमान का रूप प्रदर्शित कर रही है, जो कि नगरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। ये है हनुमानजी और शान से जुड़ी कथा मान्यता है कि प्राचीन समय में शनिदेव का प्रकोप काफी बढ़ गया था। लोगों को कई दुखों और परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा था। शनि से बचाने के लिए भक्तों ने हनुमानजी से प्रार्थना की। तब हनुमानजी ने शनिदेव को दंड देने का निश्चय किया। जब शनिदेव को ये बात पता चली तो वे डर गए थे। शनिदेव ये बात जानते थे कि हनुमानजी बाल ब्रह्मचारी हैं और वे स्त्रियों पर हाथ नहीं उठाते हैं। इसलिए शनि ने स्त्री का रूप धारण कर लिया और हनुमानजी के चरणों में गिरकर क्षमा मांगने लगे। हनुमानजी ने शनिदेव को क्षमा कर दिया। क्षमा मिलने के बाद शनिदेव ने हनुमान से कहा कि उनके भक्तों पर शनि दोष का असर नहीं होगा। इस मंदिर में इसी प्रसंग के आधार पर शनिदेव को हनुमानजी के चरणों में स्त्री रूप रूप में पूजा जाता है। भक्तों के कष्टों का निवारण करने की वजह से इस मंदिर को कष्टभंजन हनुमान मंदिर के नाम से जाना जाता है। प्रतिदिन हो रहा हनुमान चालीसा का पाठ यहाँ कष्ट भंजन देव गणेश के रूप में विराजित मालवा के राजा गणपति बप्पा का प्रतिदिन नए रूप में श्रृंगार तो किया ही जा रहा है।

इसके अलावा, झांकी व दीपोत्सव व अन्य आयोजन के साथ ही प्रतिदिन शाम को आरती के पश्चात् हनुमान चालीसा का पाठ बढ़ते क्रमानुसार किया जा यह आयोजन किये जायेंगे - जा रहा है। 11 क्विंटल हरी सब्जियों से कष्ट भंजन देव गणेश का बंगला बना कर श्रृंगार किया जायेगा। मंत्रोच्चारण के साथ गंगा आरती वाराणसी के पंडो द्वारा की जाएगी, इस दौरान कष्ट भंजन देव गणेश की प्रतिमा का स्वर्ण (सोने) से शृंगार किया जायेगा। 21 क्विंटल फलों से कष्ट भंजन देव गणेश का बंगला बना कर श्रृंगार किया जायेगा। 5 क्विंटल फूलों से कष्ट भंजन देव गणेश का बंगला बना कर श्रृंगार किया जायेगा। सांवरिया सेठ का दरबार जिसमें 56 भोग के साथ 1 क्विंटल माखन मिश्री के प्रसाद का भोग लगाया जायेगा गुरुकुल के पंडो द्वारा गणपति अथर्वशीर्ष का 501 बार पाठ किया जाएगा। प्राचीन बावड़ी वाले बालाजी स्थित श्याम मंदिर भक्त मंडल द्वारा मधुर भजनों पर ताली बजाते हुए श्याम प्रेमियों द्वारा ताली कीर्तन किया जाएगा. मालवा के राजा को महाभोग लगाकर महाआरती का आयोजन होगा। कष्ट भंजन देव गणेश का एक दिन ड्राय फ्रूट (सूखे मेवे) से तो दूसरे दिन चॉकलेट से श्रृंगार किया जायेगा।

खजाने का किया जाएगा वितरण गणेशजी की आराधना बहुत मंगलकारी मानी जाती है। ऐसे में मालवा मेवाड़ के सेठ भगवान श्री सांवरिया सेठ का दरबार लगा कर माखन मिश्री के प्रसाद के संग भगवान श्री सांवरिया सेठ के खजाने का भक्तो को वितरण किया जायेगा। इसके अलावा, प्रतिदिन भक्तो को शुद्ध देशी घी से निर्मित प्रसाद का भी वितरण किया जा रहा है। बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु इस दौरान गणपति ग्रुप के गणेशोत्सव में सबसे मुख्य आकर्षण श्रद्धालूओं द्वारा भगवान गणेश को चढ़ाये जाने लड्डू भी है। यहाँ देशी घी से निर्मित शुद्ध लड्डू का भगवान गणेश को भोग लगाने के बाद भक्तो को प्रसाद के रूप में उपलब्ध हो रहे है।

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