इंदौर में आदिवासी युवक के साथ मारपीट करने और जूते के फीते बँधवाने के मामले पर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को घेरा है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि इंदौर में पुलिस कमिश्नरी लागू के होने के बाद आपराधिक मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं उन्होंने ज़िले के प्रभारी मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर भी सवाल उठाए हैं।
क्या है मामला इंदौर के भंवरकुआं थाना क्षेत्र में सही तरीके से सड़क पर गाड़ी चलाने की बात पर एक शख़्स ने आदिवासी युवक को सरेआम पीट दिया। आरोपी रितेश राजपूत नाम के युवक ने 22 साल के आदिवासी युवक के साथ बीच सड़क पर गाड़ी ठीक से न चलाने की बात पर विवाद शुरू कर दिया। इसके बाद रितेश ने उस युवक के साथ मारपीट की और उससे अपने जूते के लेस भी बँधवाए। इस दौरान वो युवक माफ़ी माँगता रहा, लेकिन आरोपी ने उसकी एक न सुनी। बीजेपी सदस्यता अभियान के लिए जारी करेगी मिस कॉल नंबर, ‘संगठन पर्व 2024’ अंतर्गत बुधवार को होगी प्रदेश स्तरीय कार्यशाला उमंग सिंघार ने लगाए आरोप ये पूरी घटना सीसीटीवी में क़ैद हो गई सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो गया। अब इस मामले को लेकर कांग्रेस ने आदिवासी उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए सरकार को घेरा है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक्स पर लिखा है कि ‘इंदौर के भंवरकुआं इलाके में सड़क पर ठीक से न चलने की बात पर एक आदिवासी युवक के साथ अकारण मारपीट की गई। बदमाश ने आदिवासी युवक की पिटाई करने के साथ उससे अपने जूते के लेस भी बंधवाए। आश्चर्य है कि इस बदमाश पर दर्जनभर मुकदमें दर्ज हैं, फिर भी वो खुला घूम रहा था। इंदौर में पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद शहर में आपराधिक मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एमपी के गृहमंत्री का प्रभार सीएम के पास है और अब तो वे इंदौर के प्रभारी मंत्री भी हैं। इसके बाद भी शहर में कानून व्यवस्था की हालत कैसी है, इसे समझा जा सकता है!’