Latest News

महिला डॉक्टर हत्या कांड के विरोध में डॉक्टर सड़कों पर, मोन पैदल मार्च निकाला, चिकित्सको ने की हड़ताल, 24 घंटे तक बंद रहे निजी अस्पताल

Neemuch headlines August 17, 2024, 5:04 pm Technology

नीमच । कोलकत्ता के मेडिकल कॉलेज में कार्यरत रेजीडेंट महिला चिकित्सक का बलात्कार कर हत्या करने के विरोध में शनिवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सको द्वारा 17 अगस्त सुबह 6 बजे से 18 अगस्त सुबह 6 बजे तक 24 घण्टे सभी निजी हॉस्पिटल बंद रख हड़ताल की है।

इस दौरान नीमच जिले में भी सभी हॉस्पिटल्स में सेवाएं बंद रही। सुबह 11 बजे आईएमए चिकित्सकों द्वारा गोमाबाई मार्ग स्थित आई एम ए भवन से मोन वाहन रैली निकाली गई। इसके साथ ही चालिस विद्युत केंद्र से सभी चिकित्सक हाथों में तख्तियां व बैनर लिए हुए पैदल मार्च निकाला जो पुस्तक बाजार, जाजू बिल्डिंग, तिलक मार्ग, श्रीराम चौक घंटाघर, फवारा चौक, कमल चौक होते हुए पुन 40 विद्युत केंद्र पर एकत्रित हुए वहां से वापस पुनः वाहनों से शहर के कमल चौक शोरुम चौराहा गुरुद्वारा गोमाबाई मार्ग होते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। जहां राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि नायाब तहसीलदार संजय मालवीय को सोंपा गया। जिसमे बताया गया कि गत 9 अगस्त 2024 को हमारे डॉक्टर साथी जो आरजी कर मेडिकल कालेज हॉस्पिटल में ट्रैनी चिकित्सक के पद पर कार्यरत थी।

जिसकी कुछ अज्ञात लोगों ने बलात्कार कर क्रूरता से हत्या कर दी, उक्त घटना में आज तक कोई हत्या का सुराग व गिरफ्तारी नहीं हुई है। हम चिकित्सक घटना की निंदा करते हे ओर मांग करते है की मामले को संज्ञान में लेकर मृतक के परिवार को न्याय दिलाया जाकर सभी आरोपियों पर सख्त कार्यवाही की जाए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जिलाध्यक्ष डॉ अशोक जैन ने बताया कि कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के विरोध में आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सक हड़ताल पर रहे। सांकेतिक विरोध के लिए चिकित्सकों ने अपने बाएं हाथ पर काली पट्टी बांधकर भी विरोध प्रकट किया। विरोध स्वरूप रैली निकाली गई है और महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन शॉप आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई है। डॉ मनीष चमडिया ने बताया कि साथ ही चिकित्सकों की सुरक्षा हेतु कानून की भी मांग की गई है। ताकि भविष्य में इस प्रकार किसी भी अन्य चिकित्सक के साथ उक्त घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो। आंदोलन की श्रृंखला में शाम 6:30 बजे भारत माता चौराहे पर सभी सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में कोलकत्ता की महिला चिकित्सक के निधन पर उनकी आत्मा की शांति तथा सदगति के लिए मोमबत्ती जलाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सकों की हड़ताल के चलते नीमच शहर सहित जिले के सभी निजी अस्पताल सूने पड़े रहे इस दौरान केवल इमरजेंसी सेवाएं प्रारंभ रखी गई और अन्य मरीजों को नहीं देखा गया। दिन भर मरीज के मरीज उपचार के लिए इधर-उधर भटकते रहे।

इनका कहना है पूरे मामले की विधिवत जांच कर दोषी आरोपियों को फास्ट ट्रैक न्यायालय में प्रकरण चलाकर अतिशीघ्र फांसी दी जाए तभी ऐसे अपराधों पर नियंत्रण हो सकता है। यदि इसी प्रकार चिकित्सकों के ऊपर जानलेवा हमले होते रहे तो कौन महिला डॉक्टर रात्रि में अपनी सेवाएं प्रदान करेगी और यदि सेवाएं रोक दी गई तो रात्रि में आने वाली महिला रोगियों का क्या होगा डॉ अशोक जैन, आइ एम ए जिला अध्यक्ष, मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय स्तर पर चिकित्सा सुरक्षा अधिनियम लागू होना चाहिए यह एक महिला की सुरक्षा का मामला नहीं है यह देश की सभी महिलाओं की सुरक्षा का मामला है- डॉ मनीष चमडिया, सचिव आई एम ए, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर संदीप घोष द्वारा पहले मामले को 6 घंटे तक छुपाए रखा और उनके परिजनों को महिला चिकित्सक द्वारा आत्महत्या करने की सूचना प्रदान की गई लेकिन जब जूनियर डॉक्टर मौके पर पहुंचे तब उन्होंने देखा कि मृतक महिला चिकित्सक को छह-सात जगह से जख्मी है और बुरी तरह से उसके साथ मारपीट की गई है तब चिकित्सकों की मांग के बाद महिला चिकित्सक का पोस्टमार्टम करवाया गया और पोस्टमार्टम में महिला के 6 जगह जख्म आए हैं। महिला की गर्दन की हड्डी टूट गई है। इस प्रकार बेरहमी से हमला कर हत्या करना कोई हादसा नहीं हो सकता है। यह सोची समझी साजिश है। शायद उक्त महिला चिकित्सक को उसे मेडिकल कॉलेज में होने वाले अवैध कार्यों के बारे में अनैतिक कार्यों के बारे में जानकारी लग गई थी इसलिए इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया गया। मामले की सीबीआई जांच की जाए -डॉक्टर राजेंद्र एरन, आई एम ए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जिस प्रकार निर्भया हत्याकांड में चार-पांच साल तक मामला चलता रहा जबकि इस प्रकार के मामलों में अधिकतम तीन चार महीने में गर महीने में फास्ट ट्रैक में प्रकरण चलाकर जल्दी फैसला करना चाहिए ताकि अपराधियों के मन में भय पैदा हो। पूरे देश में केंद्रीय चिकित्सा सुरक्षा अधिनियम शीघ्र लागू होना चाहिए इसमें देरी होने के कारण यह घटनाएं बढ़ रही है।

इतने बड़े मेडिकल कॉलेज में 8 घंटे तक हत्या की घटना का उजागर नहीं होना संदेह उत्पन्न करता है डॉक्टर एलबीएस चौधरी वरिष्ठ चिकित्सक, महिलाओं पर इस प्रकार के अत्याचार रोकने के लिए समाज में नई जागृति का संचार करना होगा। बेटियों के साथ बेटों को भी अच्छे संस्कार सीखाना होंगे। इंसान के अंदर बसे आदमी को भी सुधारना होगा तब जाकर ऐसे अपराधों पर नियंत्रण हो सकता है- डॉक्टर अंजू जोशी, मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक की सुरक्षा नहीं कर सकते हैं। तो महिला सशक्तिकरण अभियान को इस देश से बंद कर देना चाहिए। ऐसे आरोपियों के खिलाफ सख्त कानून का कार्यवाही करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटना नहीं घटे डॉक्टर सविता चमडिया, रात्रि मेंअस्पताल में महिला चिकित्सकों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाना चाहिए। भविष्य में किसी भी महिला के साथ ऐसी अनहोनी नहीं होनी चाहिए इसकी महिला जगत निंदा करती है यह मामला एक डॉक्टर महिला का नहीं देश की सभी महिलाओं का है इसमें आम जनता को भी आगे आना चाहिए - डॉ आशा चौधरी

Related Post