धन और वैभव की दात्री महालक्ष्मी की पूजा अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना कर मनाया दीपोत्सव पर्व

Neemuch headlines November 14, 2023, 4:46 pm Technology

चीताखेड़ा । दीपोत्सव पर धन और वैभव की दात्री महालक्ष्मी का पूजन रविवार को उत्साह और श्रद्धा के साथ शुभ मुहूर्त में विधि-विधान पूर्वक मनाया गया। घर- घर जले खुशियों के दीप, समृद्धि व वैभव के लिए किया धनदेवी का पूजन। अलग-अलग शुभ मुहूर्त में महालक्ष्मी की पूजा अर्चना कर सुख- समृद्धि की कामना की, महिलाओं ने अपने घर के आंगन को गोबर से लिप कर शुद्ध कर जिस पर आकर्षक रंगोली सजाकर महालक्ष्मी के स्वागत की तैयारियां की।

वैसे तो मंहगाई की मंदी के बावजूद भी अंधेरे को दूर करने वाले उत्साह में कोई कमी साफ तौर पर दिखाई नहीं दी, वह उत्साह और उमंग दो साल बाद एक बार फिर दिखाई दिया। मिठाई की दुकानों पर दुकानदारों की रही चांदी ही चांदी मिठाइयों के लिए भटकते रहे इधर-उधर ग्राहक चीताखेडा अंचल में पटाखों की आवाज आधी रात तक गुंजायमान होती रही, दीपों की जगमगाहट से सारा अंचल खुशियों से झूम उठा। दीपोत्सव की प्रशंसा हर एक चेहरे पर झलक रही थी, बुजुर्गों के साथ बच्चे, महिलाओं ने भी फुलझड़ी , अनार चकरी चला कर आतिशबाजी कर खूब आनंद लिया। घरों एवं दुकानों पर आकर्षक विद्युत रोशनी की गई और दीप जलाएं गए महिलाओं ने श्रृंगारित होकर दीपों की थालियां सजाकर मंदिरों , जलाशय, खेत-खलिहानों एवं वृक्षों के यहां दीप प्रज्ज्वलित के लिए पहुंच कर सुख समृद्धि की कामना की। दीपावली पर्व पर जहां धन की देवी महालक्ष्मी का पूजन किया वहीं प्रत्येक घरों में विशेष पकवान भी बनाए गए जो अपने राखी धागे , रिस्ते-नातेदारों एवं ईष्ट मित्रों को भोजन के लिए देर रात तक आमंत्रित कर मान-मनुहार का दौर चलता रहा।

दीपोत्सव पर दुकानदारों की खुब रही चांदी जिन दुकानदारों ने मिठाईयां बनाई थी उन दुकानों पर ग्राहकों ने मिठाइयों की जमकर खरीदारी की। वर्तमान में बढ़ती मंहगाई के इस दौर में महंगाई आसमान छू रही है जिसके बावजूद भी जमकर खरीदारी की। दुकानदार भेरुलाल प्रजापत का कहना है कि मैं विगत 50वर्षो से प्रत्येक त्यौहारों पर हर प्रकार की मिठाइयां बनाता आ रहा हूं, लेकिन इस बार जो ग्राहकी हुई ऐसी ग्राहकी कभी नहीं हुई। मेरी दुकान पर जितनी भी मिठाईयां थी शाम होते होते सभी ख़त्म हो गई। बहुत से ग्राहक बिना मिठाई के ही खाली हाथ लौटकर गए। शांतिलाल जैन का कहना है कि मैं विगत 9 वर्षों से मिठाईयां बनाने का कार्य कर रहा हूं, हर बार से भी मैंने मिठाई ज्यादा बनाई फिर भी सब खत्म हो गई। जम कर हुई खरीदारी । सूर्य ग्रहण के कारण सुतक लग जाने से एक दिन बाद गोवर्धन पूजा एवं अन्न कूट महोत्सव - सूर्य ग्रहण के कारण सुतक लग जाने से किसानों की दीपावली कहे जाने वाले गोवर्धन पूजा एवं अन्न कूट महोत्सव सोमवार के बजाए मंगलवार को मनाई गई। तो वहीं भाई दूज का त्यौहार भी एक दिन आगे बुधवार को मनाया गया। गोवर्धन पूजा महोत्सव के दिन पशु पालकों द्वारा अपने पशुओं को सजाने के साथ ही उनकी पूजा की गई। इसी के साथ ही मंदिरों में भी अन्न कूट महोत्सव का दौर भी चला। सुबह जल्दी उठकर घर के द्वार पर गोबर से गोवर्धन बनाकर उसे पेड़ की टहनियों एवं फूलों से सजाया कर उसका एवं गायों का पूजन किया गया।

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