चीताखेड़ा। विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने मैदानी कमान भी संभाल ली है और दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार चुनावी रण में उतर चुके हैं। और दोनों ही दलों में हमेशा की तरह परंपरागत असंतोष, आक्रोश, विरोध और विद्रोह के स्वर भी अंदरुनी दबे पांव भीतरघात मुखर हो रहे हैं। वहीं अब धीरे- धीरे चुनाव में खासी रोचक स्थिति बन गई है। 15 सालों से विधायक दिलीप सिंह परिहार के चुनाव मैदान में उतरने के साथ ही नीमच विधानसभा सीट प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार हो गई है।
15 सालों से जनता पर राज करने वाले दिलीप सिंह परिहार अब जनता का सेवक बनने के लिए चुनाव में जनता के द्वार द्वार धोक दे रहे है. दिलीप सिंह परिहार का सियासी मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार उमराव सिंह गुर्जर से होने जा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों के बीच की सियासी जंग प्रतिष्ठा और अस्तित्व बचाने की रहेगी। एक तरफ दिलीप सिंह परिहार 15 सालों से सत्ता में बने रहें सत्ता का पावर तो दुसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी उमराव सिंह गुर्जर को 40 सालों से राजनीतिक अनुभव और 15 सालों से भाजपा शासन में विपक्ष के रूप में आमजनता से अपना जिवंत सम्पर्क बनाए रखने का अनुभव है। नीमच विधानसभा क्षेत्र में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी है जैसे- जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे वैसे राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ती जा - रही है, चुनाव प्रचार दौरा भी शुरू हो सर्वाधिक फोकस चीताखेड़ा के क्षेत्र पर है, वोट बैंक चुका है। को साधने में कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहते हैं, यही वजह है कि भाजपा सत्ता की राह आसान बनाने के लिए सत्ता का पावर लगा रहे हैं। वैसे देखा जाए तो कांग्रेस पार्टी में नीमच जिले की प्रभारी नूरी खान आई है तब से तितर-बितर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपनी सुझबुझ और हाई कमान कमलनाथ जी के आदेशानुसार एक सूत्र में बांधकर एक जाजम पर बिठा दिया है। एक तरह से कांग्रेस पार्टी में नूरी खान पार्टी के लिए फरिश्ता बनकर आई है। पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक साथ चुनावी प्रचार प्रसार में लगा दिया है। नीमच विधानसभा क्षेत्र में चुनावी माहौल में जो भी कुछ है देखना है ऊंट किस करवट बैठता है।