सिंगोली मे श्वेतांबर जैन समाज ने नगर में शोभायात्रा निकाल कर हर्षोल्लास के साथ मनाया क्षमापना पर्व

प्रदीप जैन September 20, 2023, 4:18 pm Technology

सिंगोली। स्थानीय श्वेतांबर जैन समाज ने पर्वाधिराज पर्व पर्युषण मनाते हुए संवत्सरी का प्रतिक्रमण कर 84 लाख जीवायोनी से वर्ष भर मे जाने अनजाने मे हुई गलतियो के लिए क्षमायाचना की।

मिली जानकारी के अनुसार श्री वर्धमान स्थानक वासी श्री संघ ने यहां चातुर्मासार्थ विराजमान राजस्थान प्रवर्तीनी मेवाड़ सिंहनी पूज्या गुरूणी यश कंवर जी म.सा की सुशिष्या परम विदुषी साध्वी श्रमणी संघ संरक्षिका पूज्या रमीला कंवर जी मा.सा एवं सेवा भावी सुशीला कंवर जी मा.सा. के सानिध्य मे पर्युषण महापर्व मनाते हुए त्याग तपस्या करते हुए धर्म आराधना की वही मूर्तिपूजक श्रीसंघ मे स्वाध्यायी के रूप मे पधारे गौरव जैन नलखेडा, हर्षित चतर उज्जैन, शुभम नलवाया आकोदिया से पधारे स्वाध्यायी बंधुओ के सानिध्य मे आठो ही दीन त्याग तपस्या पूजा अर्चना के साथ जमकर भगवान पार्श्वनाथ की भक्ती की गई। पर्युषण पर्व पुर्ण होने पर स्थानक वासी जैन समाज एवं मूर्तिपूजक श्रीसंघ ने हर्षोल्लास के साथ क्षमापना पर्व मनाया ओर नगर मे शौभायात्रा निकाली स्थानक वासी समाज के लोगो ने स्थानक भवन से एवं मूर्तिपूजक श्रीसंघ ने पार्श्वनाथ मंदिर से शौभायात्रा निकाली। स्थानक वासी जैन समाज द्वारा निकाली शौभायात्रा नगर भ्रमण कर दिगंबर जैन मंदिर पहुंची जहां चातुर्मास हेतू विराजित परम पूज्य संत श्री सुप्रभ सागर जी महाराज एवं दर्शित सागर जी महाराज के दर्शन कर क्षमा याचना की इस अवसर पर पूज्य गुरूदेव सुप्रभ सागर जी महाराज ने धर्म सभा मे बोलते हुए कहा की झुकने वाला जग को जीत सकता है जैसे भगवान महावीर ओर पार्श्वनाथ ने सामर्थ होते हुए भी हमेशा अपने मन मे क्षमा का भाव रखा इसलिए वे तीर्थंकर कहलाए हमे भी मन मे हमेशा क्षमा का भाव रखना चाहिए ओर अपने जीवन का उद्धार करना चाहिए गुरूदेव ने जैन एकता पर भी जोर दिया और सभी को एक रहने की बात कही। मूर्तिपूजक श्रीसंघ की शौभायात्रा मंदिर से आरंभ हुई ओर नगर भ्रमण कर आराधना भवन पहुंची तथा स्थानकवासी समाज के लोग स्थानक भवन पहुंचे जहां क्षमापना पर्व मनाते हुए वर्ष भर मे जाने अनजाने मे हुई भुलो के लिए एक दुसरे से क्षमायाचना की।

आज के इस अवसर परस्थानक भवन पर आयोजित धर्म सभा को संबोधित करते हुए पूज्या रमीला कंवर जी मा. सा. एवं सुशीला कंवर जी मा.सा.ने क्षमा का बड़ा महत्व बताया और कहा की जो काम हजारो लाखो रूपए खर्च करने से नही होते वो एक क्षमा मांगने पर हो जाते है साध्वी द्वय ने यह भी कहा की क्षमा वीरो का आभुषण है ये काम कायरो के बस का नही है क्षमा मांगना वीर का काम हे तो क्षमा देना महावीर का काम है। रमीला कंवर जी म.सा ने जैन धर्म मे क्षमा का बड़ा महत्व बताया। धर्म सभा मे पूर्व विधायक दुलीचंद जैन वरिष्ठ श्रावक नाथुलाल गांधी कन्हैयालाल मेहता प्रदीप जैन ने अपने विचार व्यक्त किए।

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