नीमच| म.प्र.जन अभियान परिषद(योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग म.प्र.शासन) द्वारा आयोजित स्नेह यात्रा द्वितीय दिवस में ग्राम देवरी आंत्री से प्रारंभ हुई। मुख्य अतिथि इस्कॉन के स्वामी मुरारी हरीदास प्रभुजी, यात्रा के प्रमुख संत इस्कॉन के सीतानाथ प्रभुजी, मुरारी हरीदास प्रभुजी, अमृत कृष्ण प्रभुजी, रघुनाथ प्रसाद प्रभु जी एवं अन्य विशिष्ट संतजनों द्वारा विभिन्न ग्रामों में यात्रा कर जन सामान्य से भेंट कर तथा रक्षासूत्र बांधकर अपने आर्शीवचन प्रदान किये। संकीर्तन, सत्संग आयोजित किये गये। संत ने अपने प्रवचन में कहा, कि हमें हमारी सामाजिक सांस्कृतिक विरासत को सहेज कर रखना आवश्यक है। हमारे शास्त्र अनुसार हमारी प्राचीन सभ्यता, संस्कृति, परंपराओं एवं मान्यताओं को मानते हुए हमें समाज में सदभाव बनायें रखना है। स्नेह यात्रा में विशेष रूप से समाज की बस्तियों में स्वामी जी ने स्वंय जाकर रक्षासूत्र बांधे एवं प्रसाद वितरण किया। समाज प्रमुखों को भगवत गीता भी भेंट की । प्रथम खंड में यात्रा मनासा के ग्राम देवरी आंत्री, चिकली ब्लॉक, नाली, बुरावन होते हुए ग्राम मजिरीया पहुंची जहां संत्संग एवं कीर्तन कर दोपहर सहभोज एवं विश्राम किया गया। द्वितीय खंड में यात्रा ग्राम मजिरीया, अमरपुरा, गोपालपुरा, नरवाली, चंद्रपुरा, होते हुए ग्राम भदाना में पहुंची जहां जनसंवाद, शांतिपाठ एवं रात्री सहभोज व रात्री विश्राम हुआ। यात्रा में भारत स्वाभिमान न्यास जिला प्रभारी नीमच मनोहर लाल भारद्वाज, गौरीशंकर सेन पतंजलि योग समिति मनासा के साथ इस्कॉन, गायत्री परिवार, पतंजिल योग समिति, योग आयोग, रामचंद्र मिशन हार्टफुलनेस संस्थान, नवांकुर एवं प्रस्फुटन प्रतिनिधी, परामर्शदाता सीएमसी एलडीपी स्टूडेंटस, सामाजिक कार्यकर्ता सहित प्रत्येक ग्राम में बडी संख्या में सभी वर्ग, धर्म, संप्रदाय के अनुयायी एवं ग्रामवासियों ने उपस्थित होकर पूज्य संतो का आर्शीवाद लिया।