नीमच । प्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम, उद्यम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि डिजीटल क्रांति के इस युग में भविष्य में आर्टिफिशियल इंटीलीजेंस पर आधारित रोजगार की अपार संभावनाए है। सभी को आर्टिफिशियल इंटीलिजेंस का ज्ञाना होना जरूरी है। यह आत्मनिर्भरता के लिए भी जरूरी है।
मंत्री सखलेचा जावद चिकित्सालय में शनिवार को क्षेत्र के सरपंचगणों, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं, सचिवों और रोजगार सहायको तथा पटवारियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में न.प.अध्यक्ष सोहनलाल माली, रूपेंद्र जैन, मुकेश जाट, सचिन गौखरू, श्याम काबरा, जसवंत बजारा, अर्जुनमाली एवं अन्य जनप्रतिनिधि, सरपंचगण, एसडीएम राजकुमार हलदरसहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री सखलेचा ने कहा कि जावद क्षेत्र के 31 विद्यालयों में विद्यार्थियों को प्रतिदिन ऑनलाईन कक्षाओं के माध्यम से इंग्लिश स्पीकिंग, ए.आई. एवं एनीमेशन का अध्यापन करवाया जा रहा है। उन्होने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों को भी ऑनलाईन कक्षाओं से जुडकर ए.आई., एनीमेशन, इंग्लिश स्पीकिंग का ज्ञान अवश्य प्राप्त करना चाहिए।
मंत्री सखलेचा ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत एवं आत्मनिर्भर जावद के लिए पहला सुख निरोगी काया के मूलमंत्र को ध्यान में रखकर स्वस्थ जावद की पहल कार्यक्रम चलाया जा रहा है। साथ ही भावी पीढी को आर्टिफिशियल इंटीलिजेंस को ज्ञान उपलब्ध कराने के लिए ऑनलाईन कक्षाएं संचालित की जा रही है। क्षेत्र की आंगनवाडियों में टी.वी., फर्नीचर, व विशेष प्रकार के खिलौने, टेबलेट, बच्चों को उपलब्ध करवाये जा रहे है, जिससे कि वे खेल-खेल में शिक्षा प्राप्त कर अपना मानसिक विकास कर सके। उनका प्रयास है, कि आंगनवाडियों के माध्यम से प्रारंभ से ही बच्चों में शिक्षा का स्तर अच्छा हो और वे भविष्य में अच्छा ज्ञान अर्जित कर आत्मनिर्भर बन सके।
बैठक में मंत्री सखलेचा ने आगामी 7 अगस्त को मनासा में प्रस्तावित मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम की तैयारियों की भी विस्तार से समीक्षा कर, उपस्थितजनों का आव्हान किया कि वे क्षेत्रवासियों के साथ अधिकाधिक संख्या में मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम में अवश्य भाग लें।