नीमच| कलेक्टर दिनेश जैन के मार्गदर्शन में नीमच जिले में राजस्व विभाग से संबंधित ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण के लिए विशेष राजस्व सेवा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले की सभी तहसीलों में प्रत्येक गुरुवार को राजस्व अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं प्रभारी तहसीलदारों द्वारा क्षेत्र के एक-एक गांव में विशेष राजस्व सेवा शिविर आयोजित किये जाकर, राजस्व संबंधी आवेदनों, शिकायतों, सीमांकन, नामांतरण बंटवारा, राजस्व रिकार्ड में सुधार, भू-अधिकार एवं ऋण पुस्तिका का वितरण, रास्ते संबंधी विवाद का निराकरण, सार्वजनिक मार्ग चरनोई भूमि, शमशान भूमि मंदिर भूमि, सार्वजनिक स्थान आदि के अतिरिक्त नदी नालों पर से अतिक्रमण को रोकने एवं अतिक्रमण की सूचना प्राप्त होने पर स्थल का मौका मुआयना कर किए गए, अतिक्रमण को तत्काल हटाने का कार्य किया जावेगा।
साथ ही, राहत राशि और दुर्घटना संबंधी प्रकरणों के निराकरण , पानी बिजली, खाद्य, स्वास्थ्य, पेंशन आदि प्रमुख विभागों से संबंधित आवेदन भी प्राप्त किए जाएंगे तथा शिविर में प्राप्त आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया जावेगा। संयुक्त कलेक्टर सुश्री प्रीति संघवी ने बताया,कि राजस्व सेवा अभियान 2023 के तहत आज गुरुवार 22 जून 2023 को प्रातः11:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक कलेक्टर दिनेश जैन के मार्गदर्शन में नीमच ग्रामीण तहसील के ग्राम बोरखेडी कला, जीरन के ग्राम चल्दू, घसूण्डी जागीर, जावद तहसील के गांव केलूखेडा , मनासा के ग्राम बावडा, फोफलिया अरनिया माली , सिंगोली, तहसील, तहसील के ग्राम आम्बा, देहपुर एवं रतनगढ में विशेष राजस्व सेवा शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों में संबंधित तहसीलदार, नायब तहसीलदार, प्रभारी तहसीलदार राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित होकर ग्रामीणों की राजस्व से संबंधित विभिन्न समस्याओं का मौके पर ही निराकरण करेंगे।
कलेक्टर दिनेश जैन ने ग्रामीणों से राजस्व सेवा अभियान के तहत आयोजित इन विशेष राजस्व सेवा शिविरों में उपस्थित होकर अपनी राजस्व संबंधी समस्याओं शिकायतों का निराकरण करवाने का आग्रह किया है। संयुक्त कलेक्टर सुश्री प्रीति संघवी ने सभी तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, प्रभारी तहसीलदारों को निर्देशित किया है, कि वे राजस्व सेवा शिविर की तिथियों का कोटवारों के माध्यम से मुनादी करवाकर, पटवारियों के माध्यम से राजस्व सेवा शिविर की तिथियों का संबंधित गांवों में व्यापक प्रचार प्रसार करें और अधिकाधिक ग्रामीणों को इन शिविरों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें।