सिंगोली में पक्षी विहार स्तंभ बनाने की हुई घोषणा
सिंगोली। जीव दया मोक्ष का द्वार हे इस पर ध्यान देने से प्राणी मात्र भी सुखी जीवन व्यतीत करता है उक्त बात स्थानक भवन पर राष्ट्र संत कमल मुनि कमलेश ने बताई है आज का जीवन भाग दौड़ का जीवन है आज यहां कल वहा इस प्रकार का जीवन चल रहा हे ऐसे भागदौड़ वाली जिंदगी में हम अपने कर्तव्यों से विमुख होते जा रहे हे मंदिर जाने साधु संतो के पास जाने का हमारे पास समय ही नहीं हे हमारे घर परिवार में गृह कलेश बढ़ते जा रहे हे। इसलिए हम जीव दया पर ध्यान लगाए। उन मूक बधीर पशु पक्षियों को दाना पानी भोजन की व्यवस्था करे जिससे की उन उड़ती जिंदगियों को कुछ पल के लिए आपके पास रुकने चहचाहने का अवसर मिल सके और उसको भोजन की प्राप्ति और उनकी संतुष्टि आपके घर परिवार में सुख और शांति प्रदान करेगी,,, इसके लिए हम सभी को प्रयास करना चाहिए ओर इसके लिए सिंगोली में भी एक पक्षी विहार स्तंभ बनाया जाना चाहिए। स्थानक भवन पर सभी ने हर्ष हर्ष कहते हुवे सहमति देते हुवे इसके लिए तत्काल ही स्तंभ के 2 लाख रुपए घोषणा की। जिसका नामकरण शांतिनाथ पक्षी विहार रखा जाएगा साथ ही सिंगोली में गो शाला के लिए सरकार से 20 बीघा जमीन की भी मांग की जाएगी जिससे की गो माता को समय पर चारा पानी की मिल सके और उनका जीवन खुश हाल हो सके अगर गो माता स्वस्थ और खुशहाल हे तो हमारा जीवन भी उनके आशीर्वाद से खुशहाल बना रहेगा साथ ही नगर में गुमक्कड रहने वाले पशुओं को प्लास्टिक की पालीथिन खाने से बचाना हे साथ ही रहने के लिए गोशाला में ही सारी व्यवस्थाएं करना होगी। शीघ्र ही सरकार से जमीन मिल सके ऐसा हम सभी मिलकर के प्रयास करेंगे। इस अवसर पर अध्यक्ष प्रकाश चंद्र नागोरी, मंत्री पवन मेहता, राजेश नागोरी ,सुधीर लसोड़,दिलीप पिछोलिया,मनोज मेहता सहित अन्य कई श्रावक उपस्थित थे। गुरूदेव ने किया विहार रास्ते मे पड़ने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी पधारे ओर रोगियो को शीघ्र स्वास्थ्य होने का दिया आशीर्वाद :- परम पूज्य गुरूदेव कमल मुनी कमलेश ने शनिवार को सिंगोली से कास्यां की ओर विहार किया गुरूदेव ने विहार के दौरान रास्ते मे आने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पधार कर यहां उपस्थित रोगियो के शीघ्र स्वास्थ्य होने की कामना करते हुए मंगल पाठ सुनाया तथा चिकित्सको से मन मे पुरी तरह दया का भाव रखते हुए ईलाज करने की बात कही। ज्ञात रहे गुरूदेव महावीर जन्मकल्याणक के अवसर पर समीपस्थ ग्राम कास्यां मे विराजमान रहेगे।