राष्ट्रीय मिति मार्गशीर्ष 25, शक संवत 1944, पौष, कृष्ण, अष्टमी, शुक्रवार, विक्रम संवत् 2079। सौर पौष मास प्रविष्टे 01, जमादि-उल्लावल-21, हिजरी 1444 (मुस्लिम), तदनुसार अंग्रेजी तारीख 16 दिसम्बर सन् 2022 ई०। सूर्य दक्षिणायन दक्षिण गोल, हेमंत ऋतु। राहुकाल पूर्वाह्न 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। अष्टमी तिथि अर्धरात्रोत्तर 3 बजकर 3 मिनट तक उपरांत नवमी तिथि का आरंभ। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र प्रातः 7 बजकर 34 मिनट तक उपरांत उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का आरंभ। प्रीति योग 07 बजकर 45 मिनट तक उपरांत आयुष्मान योग का आरंभ। बालव करण अपराह्न 2 बजकर 22 मिनट तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ। चंद्रमा अपराह्न 2 बजकर 4 मिनट तक सिंह उपरांत कन्या राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार -
रुक्मणी अष्टमी, अष्टमी का श्राद्ध, पौष संक्रांति 2022।
सूर्योदय का समय :
सुबह 7 बजकर 6 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय : शाम 5 बजकर 26 मिनट पर।
आज का शुभ मुहूर्त :
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 56 मिनट से 12 बजकर 37 मिनट तक।
विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजे से 2 बजकर 41 मिनट तक रहेगा।
निशिथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 50 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक।
गोधूलि बेला शाम 5 बजकर 24 मिनट से 5 बजकर 51 मिनट तक।
अमृत काल मध्यरात्रि 1 बजकर 35 मिनट से 3 बजकर 18 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त :
राहुकाल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक।
दोपहर 03 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा।
सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा।
दुर्मुहूर्त काल सुबह 9 बजकर 11 मिनट से 9 बजकर 52 मिनट तक रहेगा।
इसके बाद दोपहर 12 बजकर 37 मिनट से 1 बजकर 19 मिनट तक।
आज का उपाय :-
देवी रुक्मिणी और माता लक्ष्मी की पूजा करें। कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।