PM मोदी बोले- भारत की भव्यता पूरे विश्व के विकास के लिए नई संभावनाओं को जन्म देगी

Neemuch Headlines October 12, 2022, 10:33 am Technology

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की समृद्धि और ज्ञान का नेतृत्व किया है। मोदी ने मंगलवार शाम को यहां स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद 856 करोड़ रुपए की लागत वाली श्री महाकाल लोक गलियारा परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करने के बाद एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह परियोजना उज्जैन की जीवंतता को बढ़ाएगी।

 उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की संपन्नता और समृद्धि, ज्ञान और गरिमा और साहित्य का नेतृत्व किया है। उज्जैन के उण ण में इतिहास सिमटा हुआ है। कण-कण में अध्यात्म समाया हुआ है और कोने कोने में ईश्वरीय ऊर्जा संचारित हो रही है।

 मोदी कहा कि आजादी के अमृत काल में भारत ने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और अपनी विरासत पर गर्व जैसे पंच प्राण का आह्वान किया है, इसलिए आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण पूरी गति से हो रहा है। उन्होंने कहा कि काशी में विश्वनाथ धाम भारत की संस्कृति का गौरव बढ़ा रहा है, सोमनाथ में विकास के कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं तथा उत्तराखंड में बाबा केदार के आशीर्वाद से केदारनाथ, बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र में विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार चार धाम परियोजना के जरिए हमारे चारों धाम सर्वमौसम मार्ग से जुड़ने जा रहे हैं तथा आजादी के बाद पहली बार करतारपुर साहिब खुला है। उन्होंने कहा कि स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना से देशभर में हमारी आध्यात्मिक चेतना के ऐसे कितने ही केंद्रों का गौरव पुनः स्थापित हो रहा है और अब इसी कड़ी में भव्य और अतिभव्य महाकाल लोक भी अतीत के गौरव के साथ भविष्य के स्वागत के लिए तैयार हो चुका है।

 मोदी ने कहा कि उज्जैन जैसे हमारे स्थान खगोल विज्ञान, एस्ट्रोनॉमी से जुड़े शोधों के शीर्ष केंद्र रहे हैं तथा आज नया भारत जब अपने प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है, ती आस्था के साथ-साथ विज्ञान और शोध की परंपरा को भी पुनर्जीवित कर रहा है। उन्होंने कहा कि महाकाल के आशीर्वाद से भारत की भव्यता पूरे विश्व के विकास के लिए नई संभावनाओं की जन्म देगी एवं भारत की दिव्यता पूरे विश्व के लिए शांति के मार्ग प्रशस्त करेगी। संबोधन से पहले मोदी ने महाकालेश्वर मंदिर में बने 900 मीटर से अधिक लंबे महाकाल लोक गलियारे का उद्घाटन किया।

महाकालेश्वर की पूजा-अर्चना की महाकाल लोक गलियारा के पहले चरण का लोकार्पण करने से पहले महाकालेश्वर की पूजा-अर्चना कि  प्रधानमंत्री मोदी करीब 6 बजे मंदिर के गर्भगृह में गए। सफेद धोती, अंग वस्त्र, कैसरिया दुपट्टा, माथे पर त्रिपुंड और गले में रुद्राक्ष की माला धारण किये हुए प्रधानमंत्री मोदी पूरे भक्ति भाव से भगवान श्री महाकाल का पूजन एवं आरती की। उन्होंने महाकालेश्वर का जप एवं ध्यान भी किया। 10 मिनट तक ध्यान लगाया मोदी ने अकेले गर्भगृह में प्रवेश किया जहां पुजारियों ने उनके माथे पर चंदन का लेप लगाया। उन्होंने लगभग 20 मिनट तक मुख्य पुजारी घनश्याम पुजारी और अन्य लोगों द्वारा मंत्रोच्चारण के बीच अनुष्ठान व पूजा की पूजा के बाद मोदी ने भगवान शिव की पूजा में पवित्र माने जाने वाले बेलपत्र और रुद्राक्ष की माला धारण कर 10 मिनट तक ध्यान लगाया। गृह मंत्री ने की अगवानी इससे पहले प्रधानमंत्री अहमदाबाद से इंदौर हवाई अड्डा पहुंचे जहां मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उनका स्वागत किया।

इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी हेलीकॉप्टर से उज्जैन रवाना हुए।

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