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महा नवमी यानि आज के दिन होती है मां सिद्धिदात्री की पूजा, नोट कर लें शुभ मुहुर्त

Neemuch Headlines October 4, 2022, 7:45 am Technology

हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है और महा नवमी के साथ ही नवरात्रि का समापन होता है. ​इस दिन मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप का पूजन किया जाता है. कमल पर मां सिद्धिदात्री अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं. महा नवमी का दिन बेहद ही खास होता है और इस दिन मां दुर्गा का आशीर्वाद पाने के लिए कन्या पूजन अवश्य करना चाहिए. मान्यता है कि कन्याएं माता रानी का स्वरूप होती हैं और उनकी पूजा करने से मां का आशीर्वाद मिलता है. इसके अलावा नवमी के दिन हवन करना भी शुभ माना जाता है!

 

आइए जानते हैं महा नवमी पूजा का शुभ मुहूर्त:-

महा नवमी 2022 शुभ मुहूर्त:-

हिंदू पंचांग के अनुसार महा नवमी 3 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगी और 4 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगी.

उदयातिथि के अनुसार महा नवमी का व्रत व पूजा 4 अक्टूबर को किया जाएगा. इस दिन कन्या ​पूजन का विशेष महत्व होता है और कहते हैं कन्या पूजन से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं. इस दिन 2 से 9 वर्ष की कन्याओं को भोजन कराना शुभ होता है.

महा नवमी पूजन विधि:-

महा नवमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें और फिर ​मंदिर की साफ—सफाई करें. इसके बाद मां सिद्धिदात्री का पूजन करें. साथ ही आरती और मंत्रों का जाप करें. मंदिर में मां दुर्गा की तस्वीर के समक्ष घी का दीपक जलाएं और उन्हें सिंदूर लगाएं. इसके बाद फल, मिठाई और फूल इत्यादि अर्पित करें. फिर माता रानी का ध्यान करें और मंदिर में बैठकर आरती व मंत्रों का जाप करें. कहते हैं कि आरती व मंत्रों का जाप करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं. इसके बाद कन्या पूजन करें, लेकिन ध्यान रखें कि इसके लिए 2 से 9 वर्ष तक ही कन्याएं होनी चाहिए. पूजा के लिए 9 कन्याएं होनी जरूरी हैं और साथ में एक लड़का भी होना चाहिए जिसे लांगूर कहा जाता है. यदि 9 कन्याएं न मिलें तो 7 कन्याएं भी हो जाएं तो शुभ है. कन्याओं को आसन पर बिठाकर उनके पैरे धोएं और रोली का तिलक लगाएं. फिर बाद उन्हें हलवा, पूरी और चने का भोजन कराएं. इसके बाद दक्षिणा देकर विदा करें.

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