शिक्षक एक मोम के समान जो खुद को जलाकर सबको को रोशनी देता है - निशांत जोशी, सांसद प्रतिनिधि

एम.डी. मंसूरी August 29, 2022, 9:49 am Technology

रिपोर्ट- एम डी मंसूरी हम्माली व ठेला चलाकर पढ़ाई की तब जाकर मास्टर बना - प्रभुलाल वर्मा सेवानिर्वत शिक्षक झातँला। दुनिया मे सबसे सबसे बड़ा नाम अगर किसी का है तो वह गुरु का होता है। गुरु के ज्ञान के बिना इंसान का जीवन अधूरा होता है , हमे शिक्षकों का बड़ा सम्मान करना चाहिए क्यो की शिक्षक एक मोम के सम्मान होता जो स्यंम को जलाकर दुसरो को रोशनी देता है यह बात सांसद प्रतिनिधि निशांत जोशी ने कही। वे झांतला के हाय सेकेंडरी स्कूल प्रागण में मुख्य अतिथि बतौर मिडिल स्कूल झांतला में पदस्थ प्रभुलाल वर्मा व शहाना तलाई स्कूल में पदस्थ मोहम्मदरफीक शाह के रिटायरमेंट की बिदाई कार्यक्रम में संकुल व नगर कर गणमान्य नागरिकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने गुरु की महिमा का बड़ा गुणगान करते हुए आगे बताया कि आज राष्टपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक कलेक्टर या आला अधिकारी जैसे पदों काबिज है उन्हें भी वहां तक पहुचाने में महत्वपूर्ण भूमिका एक शिक्षक की है। सेवा निर्वत मिडिल स्कूल के प्राचार्य प्रभुलाल वर्मा में अपने बिदाई सम्बोधन में बताया कि में एक बहुत गरीब परिवार का सदस्य होकर मेने पढ़ाई लिखाई के लिए हम्माली व मजदूरी कर अपना जीवन यापन किया था। अति गरीबी के चलते मेने सपने में भी नही सोचा कि मुझे सरकारी नोकरी नसीब होगी। मेने कभी हिम्मत नही हारी ओर पढ़ाई निरंतर करता रहा। कहते है मेहनत सफलता की पूंजी होती जो कहावत मुझ पर चरितार्थ हुई मुझे रेवन्यू इंस्पेक्टर नायब तहसीलदार की नोकरी हासिल हुई लेकिन मुझे शिक्षक ही बनना था ओर मुझे शिक्षक की नोकरी मिली लेकिन 300 रुपये माह तनख्वाह से 96000 रुपये की तनख्वाह पर आज मेंने सेवानिर्वती मिली है । इंसान का हौसला बुलंद होना चाहिए. मुझे मेहनत करना बहुत अच्छा लगता है में आपसे वादा करता हु किसी भी स्कूल में शिक्षक की कमी हो तो उक्त स्कूल में बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए निशुल्क पढ़ाने के लिए संकल्पित हूं। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ट वयोवृद्ध नेता ओंकारलाल धाकड़ , भाजपा मंडल महामंत्री पारस कुमार जैन , सरपंच प्रतिनिधि विनोद कुमार धाकड़ , कांग्रेस के वरिष्ट नेता धनपाल जैन , पूर्व सरपंच प्रतिनिधि देवीलाल धाकड़ , पूर्व जनपद सदस्य पंकज जैन , पत्रकार एमडी मंसूरी सहित कई शिक्षकों ने सेवा निर्वत शिक्षकों के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन सहायक शिक्षक जम्बू कुमार जैन ने किया तो आभार बाबूलाल छिपा ने माना।

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