आज रतनगढ़ से प्रारम्भ होगी श्री चारभुजानाथ तक पैदल यात्रा, 250 किलोमीटर से भी अधिक का सफर तय करेंगे श्रद्धालु भक्तगण

निर्मल मूंदड़ा August 27, 2022, 2:03 pm Technology

रतनगढ़। "हम अकेले ही चले थे मंजिले राह को,लोग जुड़ते गए कारवां बन गया" ऐसा ही कुछ सुखद संयोग हुआ है,श्री चारभुजा मित्र मंडल जिला नीमच के साथ इसे आप प्रभु श्री चारभुजा नाथ की अघाध श्रद्धा भक्ति का जुनून माने या कोई चमत्कार कि आज से 31 वर्षों पूर्व रतनगढ के मात्र 7 व्यक्तियों के द्वारा रौंपा गया पैदल यात्रा रुपी यह नन्हा सा पौधा आज एक विशाल वटवृक्ष के रूप में विकसित होकर सम्पूर्ण नीमच,मंदसौर जिले ही नहीं अपितु समीपस्थ राजस्थान के कई क्षेत्रों में भी मजबूती से अपनी जड़े फैला चुका है राजेंद्र मंडोवरा के नेतृत्व में आज से 31 वर्षों के पूर्व मात्र 7 व्यक्तियों से शुरू हुई चारभुजा मित्र मंडल जिला नीमच के बैनर तले शुरू हुई यह पैदल यात्रा अब एक विशाल रूप लेते हुए इस वर्ष 32 वें वर्ष में भव्यता के साथ प्रवेश कर रही है प्रति वर्षानुसार निकलने वाली इस यात्रा मे सम्मिलित होने के लिए इस वर्ष पूरे जिले में अब तक 300 से भी अधिक श्रद्धालु भक्तों ने विभिन्न स्थानों पर निर्धारित पंजीयन केंद्रों पर अपना पंजीयन करवा लिया है। इन स्थानों के पदयात्री होंगे सम्मिलित :- इस पैदल यात्रा में प्रमुख रुप से रतनगढ़, सिंगोली, उमर, बौरदिया, मुवादा, गरवाडा, आलोरी, डीकेन, झांतला, रामनगर, दडौली, कुण्डला, मोरवन, सरवानिया महाराज, आमलीभाट, मुकुंदपुरा, उपरेडा, बावल, जाट, कनैरा, जावद, पालराखेडा, कैलुखेडा, तारापुर, खोर, नयागाँव, भरभडिया, कानाखेडा, हिंगोरिया, धनेरिया कला, छोटीसादड़ी, अचारी, खेडा केसुन्दा, निंबाहेड़ा, डीगाँवमाली, साबाखेडा, मंदसौर, भानपुरा, रामपूरा, नीमच आदि क्षेत्र के भक्तगण बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं. नियमों का पालन अनिवार्य, नहीं होता कोई भेदभाव:- इस यात्रा की सबसे विशेष बात यह है कि सभी यात्रियों को चारभुजा मित्र मंडल जिला नीमच द्वारा बनाए गए सभी नियमों का पालन सख्ती से करना अनिवार्य होता है।यात्रा के दौरान नशीले पदार्थ व्यसन शराब, तम्बाकू, धूम्रपान इत्यादी पूर्ण रूप से निषेध है, साथ ही यात्रा में गरीब अमीर,ऊंचनीच,छोटे बड़े का कोई भेदभाव नहीं रहता 15 वर्ष के बच्चों से लेकर 75 वर्ष के बुजुर्गों तक सभी को समान रुप से नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है यात्रा में सम्मिलित होने वाले सभी श्रद्धालु भक्तजनों के मन में भगवान की भक्ति एवं दर्शनों का ऐसा जुनून एवं नशा चढ़ता है कि 250 कि.मी.से भी अधिक का सफर भारी बारिश एवं नदी- नालों उबड़-खाबड़ पथरीले रास्ते पर चलते हुए ईश्वर कृपा से भजन कीर्तन एवं सत्संग करते हुए निर्विघ्नं रूप से सकुशल कब श्री चारभुजा नाथ गढबौर धाम के दरबार में पहुंच जाते हैं पता ही नही चलता 27 अगस्त को रतनगढ़ से प्रारंभ होगी यात्रा :- "कठे जाय अरजी करूँ,दायन आये और,सारोई कारज सारबो, बिराज्यां छे गढ़बोर" यही भावना मन में लेकर अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए भक्त अति चमत्कारी भगवान श्री चारभुजानाथ के दर्शनों के लिए निकल पड़ते है,यात्रा व्यवस्थापक राजेन्द्र मंडोवरा ने बताया कि चारभुजानाथ गढबौर धाम जिला राजसमंद राज. तक तक पहुंचने वाली यात्रा दिनांक 27 अगस्त शनिवार को दोपहर 3:15 बजे रतनगढ मे भगवान श्री गोवर्धननाथ मंदिर पर पूजा-अर्चना एवं दर्शनों के पश्चात समस्त पैदल यात्रियों को अबीर गुलाल एवं ढोल धमाकों के साथ विदाई दी जाएगी जो डिकैन मे पहुच कर रात्रि विश्राम करेंगे। इसके पश्चात दिं.28 अगस्त रविवार को डिकैन से मोरवन होते हुए जावद मे पहुचकर रात्रि विश्राम करेंगे।29 अगस्त सोमवार को जावद से प्रस्थान कर नयागांव में सभी एक झंडे बैनर तले पहुंचकर आगे की यात्रा करेगे यहा पर स्वल्पाहार कर निंबाहेड़ा में रात्रि विश्राम होगा,दिं.30 अगस्त मंगलवार को निंबाहेड़ा से चलकर आंवरीमाता में रात्रि विश्राम,दिं.31अगस्त बुधवार को आंवरीमाता से प्रस्थान कर श्री सांवरियाजी भादसौडा चौराहा रात्रि विश्राम, दिं.1 सित.गुरुवार को भादसोड़ा चौराहे से चलकर से चलकर अकोला होते हुए फतेहनगर मे रात्रि विश्राम, दिं.2 सित.शुकवार को फतेहनगर से प्रस्थान कर श्रीनाथद्वारा में पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगे,दिं.3 सित.शनिवार श्री नाथद्वारा से श्री रामेश्वरम् महादेव राजसमंद पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगे। दिं.4 सित.रविवार को श्री रामेश्वरम् महादेव से चलकर श्री दुर्गाकुंड, राजसमंद होते हुए श्री चारभुजानाथ गढबौर धाम के दरबार में पहुंच कर रात्रि विश्राम करेंगे दिं.5 सित.सोमवार को श्री चारभुजानाथ से चलकर श्री रुपनारायण जी, रौकडिया हनुमान जी के दर्शनो के पश्चात दिं.6 सितम्‍बर मंगलवार को श्री चारभुजा नाथ में एकादशी महोत्सव में भाग लेंगे दिं.07 सितम्‍बर बुधवार को प्रात: 9:30 बजे श्री चारभुजानाथ को महाप्रसादी का भोग लगाकर दोपहर 12:30 बजे पुनःघर वापसी होगी इस पैदल यात्रा को लेकर नीमच जिले ही नहीं आसपास के क्षेत्रों में भी एक अलग ही उत्साह एवं उमंग का वातावरण बना हुआ है श्री चारभुजा पैदल यात्रा संघ के हरिश माली, अनिल टैणु छिपा, तरुण मूंदड़ा,गोपाल कुमावत, राजेश लोहार, प्रेमसिंह राजपूत, किशन माली मुवादा संदीप सोनी डिकेन, जितेंद्र चांडक सरवानिया महाराज, पंकज प्रजापत,रामानुज सोमानी जावद, हेमंत अजमेरा,मुरली मंडोवरा, राधावल्लभ मंडोवरा नीमच,बहादुरसिंह आंजना खेड़ा केसुंदा, निलेश मंत्री भानपुरा आदि भक्तगणों ने अधिकाधिक संख्या में यात्रा में सम्मिलित होने का निवेदन किया है।

Related Post