सावन। लगातार बारिश के कारण नदी नाले उफान पर आ गए। बाढ़ का पानी ग्राम सावन की निचली बस्तियों में घुस गया जिससे लोग आफत में फंस गए। ग्राम पंचायत ने इस दौरान नालों की सफाई कराई और जर्जर मकानों का मलबा भी हटाया। मिली जानकारी के अनुसार पिछले 36 घंटों से लगातार बारिश के कारण ग्राम सावन के यूको बैंक, जिला सहकारी बैंक, रेगर मोहल्ला की बस्तियों में बाढ़ का पानी घुस गया। मंगलवार की सुबह मौके पर सरपंच जितेंद्र माली, जनपद सदस्य प्रहलाद भट्ट, पटवारी पुष्कर पाटीदार, सहायक सचिव दिनेश शर्मा और पंच गण मौके पर पहुंचे। जेसीबी की मदद से कृषि सहकारी सोसायटी के सामने नाले की सफाई कर बाढ़ का पानी निकाला गया। इसी तरह संभावनाथ गौशाला के पास नाले की सफाई कर बस्तियों की तरफ आ रहे पानी को मोड़ दिया गया। इसी दौरान गांव की तंग बस्तियों में खंडहर मकानों की दीवारें गिरने से रास्ता बंद हो गया था। जिसका मलबा हटाया गया। गांव के अन्य आवास हिना एवं जर्जर मकानों के मालिकों को उनके मकान धराशाई करने के लिए सूचित किया गया। इस मौके पर पंच नितिन शर्मा, गोविंद पाटीदार, योग समिति के परसराम पंड्या, पवन भाटी, फकीर चंद डोरिया, अमृत धनगर, बाबू खान, नवीन कुमार प्रजापति, सुरेश दधीचि सहित अनेक लोग मौजूद थे। ग्रीड में घुसा पानी, ब्लैकआउट :- लगातार बारिश के कारण बाढ़ का पानी विद्युत वितरण केंद्र सावन में घुस गया। इस कारण गांव में 24 घंटे से अधिक समय तक बिजली बंद रही। ग्राम पंचायत द्वारा जेसीबी से नाली की सफाई कराकर विद्युत वितरण केंद्र का पानी बाहर निकाला गया। बिजली बंद रहने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जल वितरण हुआ प्रभावित :- लगातार बिजली बंद रहने के कारण गांव की पेयजल टंकियों को नहीं भरा जा सका। यही कारण रहा कि ग्राम सावन में 2 दिवस से पेयजल वितरण नहीं किया जा सका। जलभराव से फसलें हुई खराब :- अति वर्षा के कारण अंचल के जल स्रोत लबालब हो गए हैं। लगातार बारिश के कारण खेतों में पानी भरा हुआ है। फसलें जलमग्न होने से खराब हो गई है। इस मामले में शिकायत के बाद मंगलवार को पटवारी पुष्कर पाटीदार ने सरपंच जितेंद्र माली एवं जनपद सदस्य प्रहलाद भट्ट के साथ खेतों में पहुंचकर फसलों का जायजा भी लिया।