मनासा। जनपद पंचायत मनासा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष निर्वाचन रहा रोचक, अध्यक्ष निर्दलीय निर्विरोध चुने गए तो वहीं उपाध्यक्ष कांग्रेस से अधिक्रत जनपद सदस्य मोहन गुर्जर, को 17 वोट मिले,वहीं भाजपा से विजय शर्मा को 7 वोट मिले एक रिजेक्ट मत निकला।
दिनभर के चुनाव प्रक्रिया में निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने पर भाजपा विधायक माधव मारु मण्डल अध्यक्ष कैलाश पुरोहित, मुकेश डांगी आदि पदाधिकारी जश्न मनाने व श्रेय लेते दिखे, वहीं निर्विरोध कामेरी बाई जगदीश डांगी अध्यक्ष बनी। अध्यक्ष प्रतिनिधि कलम डांगी ने मिडिया को बताया की हम निर्दलीय चुनाव जीत कर आए हैं,
वही जनपद अध्यक्ष निर्दलीय निर्विरोध बने है, आज तक न भाजपा से न कांग्रेस से अधिक्रत होकर अध्यक्ष बने, वहीं भाजपा समर्थित विजेंद्र सिंह मालाहेडा समर्थको ने निर्विरोध अध्यक्ष बनने पर विजु बन्ना जिन्दाबाद विजुबना संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ के नारे लगाए, जिस प्रकार प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विजेंद्र सिंह मालाहेडा और भाजपा के जिला महामंत्री राजेश लढा, सुबह से ही कमल डांगी को अध्यक्ष बनाने के लिए प्रयासरत थे उससे यह प्रतीत होता है, कि जल्द ही कामेरी बाई जगदीश डांगी भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
जिससे जनपद मनासा पर भी भाजपा का कब्जा हो जाएगा, वहीं दूसरी ओर उपाध्यक्ष पर मोहन गुर्जर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जो भाजपा के उम्मीदवार थे। विजय शर्मा को 10 वोटों से पराजित किया।
इस सारे चुनाव में दिलचस्प बात यह है सामने कि कांग्रेस के अध्यक्ष पद के अधिकृत उम्मीदवार को समर्थक और प्रस्ताव भी नहीं मिल पाए वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के उपाध्यक्ष उम्मीदवार ने जीत दर्ज करी यह कहीं न कहीं कांग्रेस के आपसी खींचातानी और संगठन की निष्क्रियता व गुटबाजी का नतीजा है कि कांग्रेस का अध्यक्ष प्रत्याशी अपना फार्म भी नहीं भर पाए। वहीं दूसरी और कांग्रेस का उपाध्यक्ष प्रत्याशी जीत कर आता है, तो क्या यह मनासा की बदलती राजनीति का नया प्रतिबिंब है, चुकी जनपद कार्यालय से अन्नपुर्णा मंदिर तक के अध्यक्ष उपाध्यक्ष के विजय जुलूस में न भाजपा न कांग्रेस के नेता जश्न मनाते दिखे, मनासा में नए भाजपा के एक नए गुट का उदय होता दिखाई दे रहा है।