रतनगढ़। आमतौर पर पुलिस की छवि आम जनता में नकारात्मक बनी हुई है। गुंडों बदमाशों में तो डर रहना वाजिब है लेकिन आम जन भी पुलिस के आसपास भटकने में भी कतराता है। लेकिन वास्तव में कभी-कभी पुलिस वाले भी जनसेवा एवं मानवीयता की अनोखी मिसाल पेश करते हैं। ऐसे में इनकी तारीफ करना भी जरूरी है ऐसी ही घटना गुरुवार एवं शुक्रवार की दरमियानी रात्रि मे रात्रि गश्त के दौरान रतनगढ़ में देखने को मिली। पुलिस स्टाफ द्वारा रात्रि गश्त के दौरान भ्रमण करते समय बादशाह पेट्रोल पंप जाट रोड पर प्रातः 4:00 बजे हंड्रेड डायल चालक एवं पुलिस स्टाफ ने एक आदिवासी महिला को प्रसव पीडा से पीड़ित सडक किनारे खुले मे छटपटाते हुए देखा। महिला के साथ मौजूद परिजनों से पूछने पर उन्होंने महिला का नाम श्रीमती किरण पति सुनील बारिया निवासी ग्राम मौद जिला झाबुआ मध्यप्रदेश का होना बताया एवं यहां काम की तलाश में मजदूरी का कार्य करना बताया। आदिवासी परिवार के पास जानकारी का अभाव एवं कोई परिवहन साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण पुलिस स्टाफ के द्वारा प्रसूति पीड़ा से पीड़ित आदिवासी महिला एवं परिजनों को डायल हंड्रेड में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रतनगढ पर लाते वक्त डायल हंड्रेड वाहन में ही रास्ते में सुरक्षित प्रसूति हो गई। रात्रि गश्त कर रहे पुलिस स्टाफ सहायक उप निरीक्षक चंद्रप्रकाश सांखला, पुलिस आरक्षक संदीप जाट,पुलिस आरक्षक विजय हिंदल, एवं हंड्रेड डायल चालक पवन बैरागी की सजगता एवं सुझबुझ से महिला एवं नवजात को सुरक्षित प्रसव के पश्चात प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रतनगढ़ पर सुरक्षित वार्ड में भर्ती कराया गया। पुलिस के इस मानवियता भरे कार्य के लिए गरीब आदिवासी परिवार की महिला के पति सुनील बारिया एवं परिजनों ने रात्रि गश्त कर रहे रतनगढ पुलिस थाने के स्टाफ की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद अर्पित किया।