नीमच। जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए शासन के निर्देश पर पुलिस लाइन परिसर में दंगा नियंत्रण बलवा मॉक ड्रिल का अभ्यास पुलिस कर्मियों ने किया। जिसमें दंगाइयों से निपटने के लिए आंसू गैस, लाठीचार्ज का अभ्यास किया गया।
अधीक्षक ने अभ्यास के दौरान आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। रविवार को सुबह 10 बजे पुलिस लाइन परिसर में पुलिस टीम का जज्बा परखा गया। दंगा होने की स्थिति में पुलिस के एक्शन में आने के साथ ही इन हालात से निपटने के लिए किस रैंक के अफसरों को किस तरह से अपनी भूमिका को तय करके एक्शन में आना है। इसका अभ्यास कराया गया।
दंगाइयों से निपटने के लिए पुलिस अधिकारी, थाना प्रभारी व उपनिरीक्षकों ने मॉक ड्रिल किया। इस दौरान दंगाई बने पुलिस कर्मियों पर गोली चली, लाठी चार्ज हुआ और गोले भी दागे गए। पुलिस कर्मियों को दंगे के दौरान गंभीर बातों से अवगत कराया गया।
पुलिस अधीक्षक सूरज वर्मा के नेतृत्व में हुए इस बलवा मॉक ड्रिल में सभी थाना प्रभारी और उपनिरीक्षक सहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूंदर सिंह कनिष्क, सीएसपी राकेश मोहन शुक्ल शामिल थे।
मॉक ड्रिल के दौरान एसपी ने बताया कि जब कहीं भी दंगा हो जाए तो सबसे पहले दंगाइयों से बातचीत की जाए। जब न माने तो आंसू गैस के गोले दागे जाए, फिर भी न मानें तो लाठीचार्ज किया जाए। इसके बावजूद भी जब हालात काबू में न आए तो फायरिंग की जाए। यह ध्यान रहे कि गोलियां पैरों पर मारी जाएं। जिससे किसी की जान न जा सके। साथ ही जो कमियां पाई गई उन्हें भी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।