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मंत्री सखलेचा ने किया मिराई प्रोजेक्ट का वर्चुअली शुभारंभ, जावद क्षैत्र के 60 बच्चे सीखेंगे जापानी भाषा शिक्षा के साथ ही मिलेगा रोजगार का अवसर

NEEMUCH HEADLINES February 5, 2022, 7:30 pm Technology

नीमच। नीमच जिले के जावद विकासखण्ड के 20 हायर सेकेण्ड्री शालाओं के 60 बच्चों का चयन प्रोजेक्ट मीराई अंतर्गत जापानी भाषा सीखने हेतु हुआ है। प्रोजेक्ट मीराई का शुभारंभ प्रदेश के सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने शनिवार को वर्चुअल बैठक के माध्यम से किया गया।

प्रोजेक्ट मीराई अंतर्गत जावद विकासखण्ड के 200 विद्यार्थियों का चयन किया गया था, जिनका कौशल परीक्षण इन्फोसिस द्वारा ऑनलाईन किया गया। परीक्षण उपरांत मेरिट के आधार पर 60 बच्चों का चयन किया गया है। इन बच्चों को 07 फरवरी से जावद विकासखण्ड के 02 कलस्टर में प्रतिदिन 02 घण्टे का ऑनलाईन एवं आफलाईन प्रशिक्षण देकर जापानी भाषा सीखाने का कोर्स करवाया जाएगा।

कोर्स के उपरांत इन बच्चों को स्नातक हेतु जापान जाने का अवसर प्राप्त होगा, जहां पर ये बच्चें स्नातक के साथ-साथ रोजगार भी करेंगे। प्रोजेक्ट मीराई कार्यक्रम इन्फोसिस स्प्रिंग बोर्ड एवं निर्माण संगठन के सहयोग से जावद क्षेत्र में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है। वर्चुअल शुभारंभ के अवसर पर प्रदेश के सूक्ष्म लघु मध्यम उद्योग विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने विद्यार्थियों को जापानी भाषा सीखने हेतु प्रेरित करते हुए कहा, कि आज के युग में रोजगार के अवसर प्राप्त करने हेतु हमे सदैव नवीन प्रयत्न करना होंगे, आज बच्चों को पाठ्यक्रम शिक्षा के ही व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करना भी आवश्यक है।

इस अवसर पर मंत्री सखलेचा ने अंग्रेजी भाषा सीखने पर भी जोर देते हुए कहा, कि अतिरिक्त भाषा सीखने से विद्यार्थियों में व्यक्तित्व एवं कौशल का विकास होता है और आज के दौर में ऐसे प्रयासों से रोजगार के वैकल्पिक अवसर भी प्राप्त होते है। उन्होंने कहा, कि मध्यप्रदेश सरकार के साथ साझेदारी में शुरू किए गए प्रोजेक्ट मिराई के वर्चुअल लॉन्च में आपको मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करते हुए हमें प्रसन्नता हो रही है।प्रोजेक्ट मिराई का उद्देश्य मध्य प्रदेश के नीमच जिले के इच्छुक छात्रों को जापानी भाषा में प्रशिक्षण देकर और उन्हें जापान में स्नातक की पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित करके इंडो-जापानी उद्यमियों का पोषण करना है।

कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने बच्चों को ऐसे अवसरों का लाभ उठाने हेतु मार्गदर्शित करते हुए कहा, कि यह पायलट प्रोजेक्ट जो जावद में प्रारंभ हुआ है। इसकी सफलता शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी। जावद विकासखण्ड इस प्रकार के नवाचार कर देश एवं प्रदेश के लिए उदाहरण बनेंगे। वर्चुअल शुभारंभ के अवसर पर इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड की मनीषा सब्यु ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा गया , कि हम इस पायलट प्रोजेक्ट को प्रारंभ में बहुत कम बच्चों के साथ प्रारंभ कर रहे है।

इसकी सफलता के पश्चात हम इसको व्यापक पैमाने पर करने की योजना बनाएंगे। जिससे कि विद्यार्थियों को स्कूल शिक्षा के साथ ही रोजगार के नये रास्ते प्राप्त होंगे। कार्यक्रम के प्रारंभ में इन्फोसिस के बालकिशन चावड़िया द्वारा चयनित 60 विद्यार्थियों का परिणाम घोषित किया गया। इस अवसर पर जावद विकासखण्ड के शासकीय शालाओं के प्राचार्य, शिक्षक चयनित विद्यार्थी एवं उनके पालकगण उपस्थित थे। स्वागत उद्बोधन जिला शिक्षा अधिकारी नीमच सी.के. शर्मा ने एवं आभार प्रदर्शन अतिरिक्त परियोजना समन्वयक प्रलय कुमार उपाध्याय ने किया।

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