21 जून को 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस देशभर में धूमधाम से मनाया गया। एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापट्टनम में तीन लाख लोगों के साथ योग किया, तो दूसरी ओर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राजधानी भोपाल के अटल पथ पर राज्य स्तरीय योग कार्यक्रम में भाग लिया। इस बार योग दिवस की थीम “Yoga for One Earth, One Health” यानी एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य थी। दरअसल विशाखापट्टनम में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग का मतलब होता है जोड़ना, और आज योग ने पूरी दुनिया को जोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि दुनिया के 175 से ज्यादा देशों ने भारत के योग प्रस्ताव को समर्थन दिया, ये भारत के लिए गर्व की बात है।
पीएम मोदी ने कहा, “सिडनी ओपेरा हाउस से लेकर एवरेस्ट की चोटियों तक योग किया जा रहा है। इससे बड़ा संदेश क्या होगा कि योग सभी के लिए है। नौसेना से लेकर देश की सीमाओं तक, हर जगह आज योग का उत्सव है।” पीएम मोदी ने 10% तेल कम करने का चैलेंज दोहराया वहीं इस दौरान प्रधानमंत्री ने मोटापे की समस्या पर भी बात की और कहा कि दुनिया में मोटापा तेजी से बढ़ रहा है। इससे लड़ने के लिए हमें खानपान में बदलाव लाने होंगे। उन्होंने खाने में 10% तेल कम करने का चैलेंज दोहराया और लोगों से जुड़ने की अपील की। साथ ही पीएम ने यह भी बताया कि देश के मेडिकल संस्थानों में योग पर रिसर्च चल रही है ताकि इसकी वैज्ञानिकता को आधुनिक चिकित्सा में शामिल किया जा सके। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आज जब दुनिया तनाव, संघर्ष और अस्थिरता के दौर से गुजर रही है, ऐसे समय में योग से शांति की दिशा मिलती है। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति हमें ‘मैं से हम’ की यात्रा पर चलना सिखाती है, जो सेवा और सह-अस्तित्व का मूल है। जानिए क्या बोले मुख्यमंत्री मोहन यादव? वहीं इधर भोपाल में, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हिस्सा लिया और अटल पथ पर सैकड़ों लोगों के साथ योगाभ्यास किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि योग भारत की प्राचीन परंपरा और आज की जरूरत है। उन्होंने इसे आत्मबल, मानसिक शांति और स्वस्थ जीवन का आधार बताया और प्रधानमंत्री मोदी को योग को वैश्विक मंच तक पहुंचाने के लिए धन्यवाद दिया। सीएम मोहन यादव ने इस साल की योग दिवस थीम ‘Yoga for One Earth, One Health’ पर बोलते हुए कहा कि यह केवल एक नारा नहीं बल्कि हम सभी का सामूहिक उत्तरदायित्व है। “हम सबका स्वास्थ्य, पर्यावरण और भविष्य आपस में जुड़े हुए हैं। योग इन तीनों को संतुलित करने का सबसे असरदार तरीका है।”