नई दिल्ली। किसानों के प्रदर्शन के बाद केंद्र सरकार को अपना फैसला बदलना पड़ा है। सरकार ने रविवार 3 अक्टूबर से ही धान सहित सभी खरीफ फसलों की खरीद शुरू करने का ऐलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने खरीफ फसलों की खरीद जल्द शुरू करने के लिए प्रदर्शन वापस लेने की घोषणा की।
केंद्र सरकार ने हरियाणा और पंजाब में कल से खरीद शुरू करने का फैसला किया है। किसानों के भारी विरोध के बाद केंद्र सरकार ने अपना फैसला बदल दिया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने इसका ऐलान किया। इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया है। पंजाब के खाद्य आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशू ने कहा है कि राज्य में किसानों की परेशानी को देखते हुए कल से धान की ख़रीद शुरू होने जा रही है। उन्होंने आज शाम बताया कि केन्द्रीय खाद्य आपूर्ति राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने उन्हें फोन पर बताया कि कि धान की खरीद पंजाब और हरियाणा में कल से शुरू होगी। इससे सरकार को राहत मिली है। केंद्र सरकार ने धान की ख़रीद 1 अक्टूबर की बजाय 11 अक्टूबर को शुरू करने का फ़ैसला किया था लेकिन किसान संगठनों में रोष के चलते प्रदर्शन शुरू किए गए। पंजाब में संयुक्त किसान मोर्चा के बुलावे पर भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां, ज़िला बठिंडा की तरफ से डिप्टी कमिशनर बठिंडा के दफ़्तर आगे धरना शुरू किया। इसके अलावा राज्य के मंत्रियों की कोठियों का घेराव किया गया। लगातार पड़ रही बारिश, मौसम की ख़राबी और तापमान कम रहने कारण धान की खरीद की शर्तों जैसे कि नमी 20% और बदरंगा दाने की प्रतिशतता में बदलाव किए जाने की किसान मांग कर रहे हैं। इस फैसले से किसानों को भी राहत मिलेगी क्योंकि वे धान मंडियों में ले आए हैं और बारिश में उनके अनाज के लिए कोई प्रबंध न होने से भीग गया।
शनिवार को पंजाब और हरियाणा के किसानों ने विधायकों और मंत्रियों के आवासों पर धरना दिया। इस क्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के करनाल स्थित आवास के पास किसानों ने पुलिस के अवरोधक तोड़ दिए और पानी की बौछार का सामना किया। केंद्र सरकार ने पंजाब और हरियाणा में खरीफ धान की खरीद को गुरुवार को स्थगित कर दिया था क्योंकि फसल पकी नहीं है और भारी बारिश के चलते उसमें नमी की मात्रा अधिक है। आमतौर पर 1 से 11 अक्टूबर तक धान की फसल खरीदी जाती है। करनाल में किसानों ने खट्टर के आवास पर धरना देने का प्रयास किया जिसे रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के वास्ते पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। अधिकारियों ने बताया कि शाहाबाद और पंचकूला में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मंत्री संदीप सिंह समेत भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के घरों तक पहुंचने के लिए ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया और पुलिस के अवरोधक तोड़ दिए। हरियाणा और पंजाब में कुछ स्थानों पर किसानों और पुलिस के बीच छिटपुट झड़प होने के चलते स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कई स्थानों पर किसानों ने मंत्रियों, विधायकों और सांसदों के आवासों तक पहुंचने के बाद उनके घरों के सामने अनाज से लदी अपनी ट्रॉली खड़ी कर दी।
पंजाब में किसान कई कांग्रेस विधायकों के आवासों के बाहर एकत्र हुए। धान की फसल की खरीद में हो रही देरी पर किसानों ने रूपनगर में विधानसभा अध्यक्ष राणा के पी सिंह और मोगा में विधायक हरजोत सिंह कमल के घर के सामने प्रदर्शन किया। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि सरकारी एजेंसियों से धान खरीदने को कहा जाए, वहीं, खट्टर और हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल शनिवार को दिल्ली पहुंचे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि फसल की खरीद में कोई समस्या न आए।