देहरादून। उत्तराखंड में 2 अधिकारियों को हरिद्वार के कुंभ मेले के दौरान फर्जी कोविड-19 जांच घोटाले में शामिल होने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर मेला अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर और तत्कालीन प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) डॉ. एनके त्यागी को बृहस्पतिवार रात निलंबित कर दिया गया। यह कार्रवाई फर्जी जांच घोटाले की छानबीन के लिए हरिद्वार के जिलाधिकारी द्वारा गठित एक समिति की सिफारिश के आधार पर की गई है। धामी ने कहा कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। घोटाले के संबंध में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जांच समिति ने पाया कि अधिकारियों ने हरिद्वार में कुंभ मेले के दौरान नकली रैपिड एंटीजन जांच करने में शामिल कंपनियों के साथ मिलीभगत की थी। समिति ने लापरवाही बरतने और राज्य को वित्तीय नुकसान पहुंचाने के लिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की थी। हरिद्वार के मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली जांच समिति ने 16 अगस्त को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी।
इस बीच, हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सेंथिल अवूदई कृष्ण राज एस को फर्जी परीक्षण घोटाले में शामिल कंपनियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।