नीमच। आकांक्षा वेलफेयर फाउंडेशन हरियाली अमावस्या एवं केशवी बैंस के जन्मदिन के उपलक्ष में 31 पौधों का किया रोपण एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का किया शुभारंभ। आकांक्षा वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष ने बताया कि हमारी संस्था द्वारा इसी तरह अलग-अलग पार्क में एवं शासकीय भवन एवं मंदिरों में जाकर 1 वर्ष मे 2500 पौधों का किया जाएगा रोपण क्योंकि पर्यावरण को बचाना है तो वृक्षारोपण है सबसे जरूरी वृक्ष नहीं रहेंगे तो धरती पर जीवन संकट में पड़ जाएगा। जीवन की दृष्टि से पर्यावरण मानव के लिए सर्वोच्च जरुरत है। जल, जंगल और जमीन तीनों उसके प्रमुख आधार हैं। विकास के मौजूदा मॉडल की विफलता यह कि जीवन के इन तीनों आधारों को प्रदूषण ने लील लिया है। यही वजह है आज देश की आबादी का बड़ा हिस्सा स्वच्छ व सुरक्षित पानी, शौचालय और शुद्ध हवा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से भी वंचित है। पर्यावरण पूरी तरह प्रदूषित हो चुका है। इस दिशा में समाज और सरकार को स्वच्छता और वृक्षारोपण को एक जनान्दोलन बनाने की तरफ सोचना होगा, जिसके लिए समाज की सहभागिता होना पहली और आवश्यक शर्त है। पर्यावरण की सेहत के लिए दो कामों का निरन्तर जारी रहना बेहद जरुरी है, पहला स्वच्छता और दूसरा वृक्षारोपण। स्वच्छता के अभाव में हमें स्वास्थ्य सम्बन्धी खतरे झेलने पड़ते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण अहम पहल है, क्योंकि जीवनदायनी ऑक्सीजन का एकमात्र स्त्रोत वृक्ष ही हैं। मानव जीवन वृक्षों पर ही निर्भर है। यदि वृक्ष नहीं रहेंगे तो धरती पर जीवन संकट में पड़ जाएगा। इस कार्यक्रम में फाउंडेशन फाउंडेशन के सदस्य रश्मि बैंस, राजकुमारी चौधरी वंशराज सिंह बैंस, मीना जयसवाल लक्ष्मी प्रेमानी ,किरण शर्मा, छाया जयसवाल, सुमन शर्मा फाउंडेशन के अन्य सदस्य उपस्थित थे।