श्रीलंका से हुए दूसरे वनडे में दीपक चाहर ने गेंदबाजी में जितना कमाल दिखाया उससे तिगुना कमाल उन्होंने बल्लेबाजी में दिखाया । उनकी अनोखी पारी की बदौलत ही भारत श्रीलंका को 3 विकेट से हराकर सीरीज जीत पाने में कामयाब हुआ।
अपने ऑलराउंड प्रदर्शन के कारण उनको मैन ऑफ द मैच के पुरुस्कार से नवाजा गया। दीपक चाहर ने 8 ओवरों में 6 रनों की औसत से 53 रन दिए और 2 विकेट लिए। आज वह गेंदबाजी में थोड़े महंगे साबित हुए लेकिन इसकी सारी कसर उन्होंने बल्लेबाजी में निकाल दी। क्रुणाल पांड्या के आउट होने के बाद क्रीज पर आए दीपक चाहर का आज से पहले वनडे में सर्वश्रेष्ठ स्कोर महज 12 रन का था। 277 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहा भारत 193 पर 7 विकेट गंवा चुका था, लेकिन दीपक चाहर तो आज जैसे काउंटर अटैक करने का मूड बना कर आए थे। वह एक दम मझे हुए बल्लेबाज की तरह गेंद को स्ट्राइक करते रहे और लक्ष्य भारत के करीब आता रहा।
अंत में उन्होंने चौका लगाकर टीम इंडिया को एक हैरत अंगेज जीत दिलाई। दीपक की आक्रमक बल्लेबाजी का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि उन्होंने भुवनेश्वर कुमार के बीच जो नाबाद 84 रनों की साझेदारी की उसमें से 69 रन दीपक चाहर ने बनाए।
दीपक ने इस पारी में आक्रमकता के साथ सूझबूझ भी दिखाई और अंतिम ओवर में स्पिनर हसरंगा पर कोई जोखिम नहीं लिया। नाबाद 69 रनों की पारी में दीपक चाहर ने 7 चौके और 1 छक्का लगाया। वह सिर्फ भारत के ही नहीं पूरे मैच के टॉप स्कोरर रहे। 82 गेंदो की यह पारी भारत को सीरीज जिता गई।
वनडे में बनाया गया यह दीपक चाहर का पहला अर्धशतक भी था। इस पारी को वह लंबे समय तक याद रखेंगे।