मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कैबिनेट ने शिक्षा विभाग के सेवा नियमों में बदलाव की मुहर लगाई.
करीब 50 साल बाद हुए नियमों में बदलाव के बाद अब शिक्षकों में खासी खुशी नजर आ रही है, जिसको लेकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का अभिनंदन किया जा रहा है.
राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद की ओर से आज शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का अभिनंदन और स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया. अल्बर्ट हॉल के पास स्काउड गाइड मैदान पर आयोजित इस समारोह में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का माला पहनाकर स्वागत किया.
अतिरिक्त निदेशक व संयुक्त निदेशक पदोन्नति हेतु अनुभव कम करना, डीईओ पदों पर शत प्रतिशत पदोन्नति का प्रावधान करना, प्रधानाचार्य पदोन्नति में लीनियर चैनल लागू करने और उप प्रधानाचार्य पदों को सृजन करने का नियम लागू करने के चलते शिक्षा मंत्री को अभिनंदन किया गया. इस दौरान राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद के तमाम पदाधिकारियों के साथ ही बड़ी संख्या में शिक्षक भी मौजूद रहे.
क्या बोले गोविंद सिंह डोटासरा :-
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि "1970 के बाद पहली बार नियमों में संशोधन हुआ है. पदोन्नति में अनुपात को लेकर प्राध्यापकों और प्रधानाचार्यों में हमेशा ही विवाद की स्थिति देखने को मिलती थी लेकिन नियमों में संशोधन के बाद ये विवाद जड़ से खत्म हो गया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पदों को बढ़ाने पर भी मुहर लगाई है, ऐसे में राजस्थान की शिक्षा तीसरे नम्बर से पहले पायदान पर पहुंचे ये हमारी मंशा है और शिक्षकों के सहयोग से इसको हासिल किया जाएगा.