प्रशासकीय स्वीकृति के साथ जारी की राशि
मनासा। विधायक अनिरुद्ध (माधव) मारू की सक्रियता का लाभ मनासा विधानसभा को लगातार मिल रहा है। आज मध्यप्रदेश शासन ने बजट पेश किया। इसमे प्रदेश में 142 सिचाई तालाब परियोजनाओं की स्वीकृति मिली। इसमें मनासा विधानसभा की सेमली इस्तमुरार , कालिया खो और पगारा तालाब परियोजना भी शामिल है। वही बजट में मनासा के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल झरनेश्वर महादेव (भरड़ादोह) पहुँच मार्ग दूरी 2.70 किमी की भी स्वीकृति मिली है। सड़क निर्माण के लिए 3 करोड़ 40 की स्वीकृति जारी की गई है।
सेमली इस्तमुरार, कालिया खो ओर पगारा तालाब परियोजना मनासा विधानसभा की बहुचर्चित तालाब परियोजनाएं है। लंबे समय से इनकी निर्माण की मांग की जा रही है। कारण कभी वन विभाग भूमि का प्रकरण बाधा बन रहा था तो प्रशासकीय स्वीकृति तो मिली लेकिन राशि जारी नही होने से टेंडर ओर निर्माण की प्रक्रिया नही हो पा रही थी। अनिरुद्ध (माधव) मारू 2018 में मनासा विधानसभा के विधायक बने। विधायक बनते ही मारू ने तीनों बांध की स्वीकृति के लिए प्रयास शुरू कर दिए। वन भूमि निराकरण के लिए मारू ने राजस्व, वन विभाग ओर जल संसाधन विभाग के साथ संयुक्त बैठके की। जैसे ही हांसपुर में राजस्व भूमि मिली उसका सर्वे कराया और प्रकरण बनाकर हस्तांतरण की कार्रवाई की ताकि बांध निर्माण की स्वीकृति में कोई अड़चने नही आई। इन्ही सब के बीच लगातार मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट से भी लगातार संपर्क कर तीनों तालाब परियोजना की स्वीकृति की मांग की। परिणाम रहा आज विधानसभा में सेमली इस्तमुरार, कालिया खो ओर पगारा की स्वीकृति मिल गई है। स्वीकृति पर विधायक मारू ने जलसंसाधन मंत्री तुलसी सिलावट जी को धन्यवाद दिया एवं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह जी चौहान का आभार माना। साथ ही वित्त मंत्री जगदीश जी देवड़ा का भी आभार माना जिन्होंने विकास कार्यो की राशि जारी की।
राशि जारी की, 590 हेक्टेयर में होगी सिचाई :-
सेमली ईस्तमुरार स्टापडेम के लिए 191.93 लाख, कालिया खो तालाब परियोजना के लिए 564.56 लाख एवं पगारा तालाब परियोजना के लिए 524.01 लाख“ की स्वीकृति मिल चुकी हैं। तीनो बांध से 590 हेक्टेयर की सिचाई होगी और किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
भरड़ादोह की राह आसान, 3.40 करोड़ की स्वीकृति:-
भरड़ादोह (झरनेश्वर महादेव) मनासा विधानसभा का प्रमुख धात्मिक स्थल है। यहां पांच नदियों मिलती है ओर सावन मास में पहाड़ों से झरना गिरता रहता है जो आकर्षण का केंद्र होता है लेकिन झरनेश्वर महादेव पहुचने के लिए कच्चा रास्ता है जो बारिश में लोगो की परेशानी होता है। विधायक मारू ने सड़क स्वीकृति के लिए लगातार प्रयास में लगे थे। इस पर बजट में चौकड़ी से झरनेश्वर महादेव दूरी करीब 4.00 किमी की सड़क की स्वीकृति मिल गई है। इसके लिए 3 करोड़ 40 लाख की राशि जारी की गई है। स्वीकृति पर विधायक मारू ने लोक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव को धन्यवाद दिया और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का आभार माना।