इस माह पड़ रहे हैं बसंत पंचमी, मौनी अमावस्या सहित ये खास पर्व, हिन्दू शास्त्रो में आखिर क्यों यह माह काफी शुभ माना गया ..?

Neemuch Headlines February 3, 2021, 7:52 am Technology

हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2021 का दूसरा माह फरवरी शुरू हो चुका है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार ये महीना काफी शुभ माना जाता है।

इस माह की शुरुआत संक्रष्ठी गणेश चतुर्थी व्रत के साथ हो रही हैं। इसके साथ ही इस माह मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी जैसे बड़े त्योहार भी पड़ रहे हैं। जानिए फरवरी माह में पड़ने वाले सभी व्रत-त्योहारों के बारे में।

संकष्ठी चतुर्थी:-

जनवरी माह के अंत से शुरू चतुर्थी तिथि 1 फरवरी को शाम 6 बजकर 25 मिनट तक रहेगी। जिसके कारण संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत दो दिन मनाया गया। माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का बड़ा ही महत्व है। इस दिन भगवान गणेश की उत्पत्ति हुई थी।

षटतिला एकादशी:-

इस साल षटतिला एकादशी का व्रत 7 फरवरी को पड़ रहा है। इस दिन तिल का बड़ा ही महत्व है। इसके साथ ही व्रत रखने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही आरोग्यता तथा सम्पन्नता आती है।

भौम प्रदोष व्रत:-

9 फरवरी 2021, मंगलवार को प्रदोष व्रत पड़ने के कारण इसे भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए यह सबसे विशेष दिन माना जाता है। किसी भी प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की महिमा अपरमपार होती है। प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का बहुत महत्व होता है। प्रदोष काल उस समय को कहा जाता है, जब दिन छिपने लगता है, यानि सूर्यास्त के ठीक बाद वाले समय और रात्रि के प्रथम प्रहर को प्रदोष काल कहा जाता है। आपको बता दें सावन का आखिरी प्रदोष व्रत है। जिसके कारण इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है।

मासिक शिवरात्रि:-

हर माह भगवान शिव को समर्पित मासिक शिवरात्रि पड़ती है। इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करना शुभ माना जाता है।

मौनी अमावस्या:-

माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस बार यह अमावस्या 11 फरवरी को पड़ रही हैं। इस दिन गंगा स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके अलावा दान-पुण्य करने का दोगुना फल मिलता है। इस दिन पितृ- दोष को हटाने के लिए उपाय करना अच्छा माना जाता है। इस दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है वो पूरे दिन मौन रहता है, उसे काफी पुण्य मिलता है।

माघ गुप्त नवरात्रि:-

चैत्र, आषाढ़, आश्विन और पौष इन चार महीनों में नवरात्र का त्यौहार मनाया जाता है। सामान्यतः ग्रहस्थों द्वारा चैत्र और आश्विन माह की नवारात्रि मनायी जाती हैं, जबकि आषाढ़ और पौष मास के नवरात्र विशेष सिद्धियों की प्राप्ति के लिए किए जाते हैं। इस बार माघ की गुप्त नवरात्रि 12 फरवरी को पड़ रही हैं। इसके साथ ही इस दिन सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। जिसके कारण कुंभ संक्रांति भी होगी।

विनायक चतुर्थी:-

अमावस्या के दिन पड़ने वाली इस चतुर्थी तिथि को ही विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस बार विनायक चतुर्थी 15 फरवरी को है। इस दिन विघ्नहर्ता, सिद्धिदायक, मंगलकर्ता, संकटनाशक गणेश भगवान की पूजा करने से सभी काम सिद्ध होते हैं।

बसंत पंचंमी:-

माघ मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का दिन ऋतुराज बसंत के आगमन का प्रथम दिवस माना गया है। इस बार बंसत पंचमी 16 फरवरी, मंगलवार को मनाया जाएगा।

जया एकादशी:-

माघ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी का व्रत करने का विधान है। यह एकादशी 23 फरवरी को पड़ रही है।

माघ पूर्णिमा:-

माघ मास का आखिरी दिन को पूर्णिमा के रूप में मनाते है। इसके साथ ही चैत्र फाल्गुन महीने की शुरुआत हो जाएगी।शास्त्रों में माघ मास का बड़ा ही महत्व है। इस दौरान सबसे अधिक प्रयाग में स्नान और दान का महत्व है और इन सब चीज़ों का लाभ उठाने के लिए आज आखिरी दिन है। कल से माघ मास के यम नियम आदि समाप्त हो जायेंगे। माघ पूर्णिमा 27 फरवरी को पड़ रही हैं।

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