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आज उत्पन्ना एकादशी के दिन करें ये खास उपाय, कारोबार में दिन-दुगनी रात-चौगुनी होगी तरक्की

Neemuch Headlines December 11, 2020, 9:11 am Technology

मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की उदया तिथि एकादशी और दिन शुक्रवार है। एकादशी तिथि सुबह 10 बजकर 5 मिनट तक ही रहेगी उसके बाद द्वादशी तिथि लग जाएगी, जोकि शनिवार सुबह 7 बजकर 3 मिनट तक रहेगी। मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है। जो लोग साल भर तक एकादशी व्रत का अनुष्ठान करना चाहते हे, उन्हें आज मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी से ही व्रत शुरू करना चाहिए।

दरअसल एक बार मुर नामक राक्षस ने भगवान विष्णु को मारना चाहा, तभी भगवान के शरीर से एक देवी प्रकट हुईं और उन्होंने मुर नामक राक्षस का वध कर दिया। इससे प्रसन्न होकर भगवान विष्णु ने देवी से कहा कि चूंकि तुम्हारा जन्म मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी को हुआ है, इसलिए तुम्हारा नाम एकादशी होगा। आज से प्रत्येक एकादशी को मेरे साथ तुम्हारी भी पूजा होगी।

दोपहर 3 बजकर 50 मिनट तक शोभन योग रहेगा। शुभ कार्यों और यात्रा पर जाने के लिए यह योग उत्तम माना गया है। साथ ही पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 6 बजकर 30 मिनट तक स्वाती नक्षत्र रहेगा।

जानिए उत्पन्ना एकादशी के दिन आपको कौन-से विशेष उपाय करने चाहिए।

अगर आप अपने घर की सुख-शांति बनाये रखना चाहते हैं, तो आज आपको अपने घर के मन्दिर में दक्षिणावर्त्ती शंख की स्थापना करनी चाहिए और उसकी रोली, धूप-दीप आदि से पूजा करनी चाहिए

अगर आप किसी भी तरह के हेल्थ इश्यू से बचे रहना चाहते हैं, तो आज आपको तुलसी की जड़ की थोड़ी-सी मिट्टी लेकर पानी में डालकर, उससे स्नान करना चाहिए। फिर साफ पानी से स्नान करके, साफ-सुथरे कपड़े पहनकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।

अगर आप अपने कारोबार में दिन-दुगनी, रात-चौगनी तरक्की करना चाहते हैं, तो आज आपको पांच गुंजाफल भगवान के सामने रखकर उनकी पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद उन गुंजाफल को अपनी तिजोरी या गल्ले में रख लें।

अगर आप अपनी सैलेरी में बढ़ोतरी करना चाहते हैं, तो आज आपको सुबह स्नान के बाद श्री विष्णु की धूप-दीप से पूजा करनी चाहिए और उनके इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए।

मंत्र है - ‘ऊँ गोविंदाय नमः।’

अगर आप अपने बिजनेस लॉस से उबरना चाहते हैं, जीवन में हर तरह की निगेटिविटी से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आज आपको विष्णु पूजा के समय दस मुखी रुद्राक्ष की भी पूजा करनी चाहिए और पूजा के बाद उसे अपने गले में धारण करना चाहिए।

अगर आप अपने घर-परिवार को हर तरह के नजर दोष से बचाये रखना चाहते हैं, तो आपके परिवार में जितने सदस्य हैं, उतनी संख्या में गोमती चक्र लें। अब परिवार के सदस्यों का नाम लेते हुए उन गोमती चक्र की पूजा करें। पहले एक परिवार के सदस्यों का नाम लेते लेकर परिवार के किसी भी एक सदस्य का नाम लेते हुए उसकी विधि-विधान से पूजा करें। फिर दूसरा गोमती चक्र लेकर परिवार के दूसरे सदस्य का नाम लेते हुए उसकी पूजा करें। इसी प्रकार आपके परिवार में जितने सदस्य हैं, एक-एक करके उनका नाम लेते हुए उतनी ही संख्या में गोमती चक्र की पूजा करें और पूजा के बाद उन सबको एक पीले रंग के कपड़े में बांधकर मन्दिर में एक तरफ रख दें।

अगर आप अपने वैवाहिक जीवन की डोर को मजबूत बनाये रखना चाहते हैं, तो आज आपको सुबह स्नान आदि के बाद, साफ-सुथरे कपड़े पहनकर श्री विष्णु जी के साथ ही तुलसी जी की भी विधिवत पंचोपचार से पूजा करनी चाहिए और भगवान को केसर युक्त मिठाई का भोग लगाना चाहिए।

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