अब हर घर में बजेगी स्कूल की घंटी, घर पर पढ़ेंगे बच्चे फेसबुक लाइव पर हमारा घर हमारा विद्यालय कार्ययोजना 6 जुलाई से प्रारंभ

neemuch headlines June 30, 2020, 5:48 pm Technology

 

नीमच । अब मध्यप्रदेश सहित नीमच जिले के हर घर में 6 जुलाई से स्कूल की घंटी सुनाई देगी। 6 जुलाई से बच्चे पढ़ेंगे, लिखेंगे, कहानियां सुनेंगे और उन पर नोट्स तैयार करेंगे। कोरोना संकटकाल में विद्यार्थियों की शैक्षिक निरंतरता बनाए रखने के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र, स्कूल शिक्षा विभाग ने हमारा घर हमारा विद्यालय योजना तैयार की है। इस योजना के तहत आगामी 6 जुलाई से बच्चों को घरों पर ही स्कूली वातावरण में अध्ययन कराने की तैयारी की गई है। इस कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ गत दिवस मंत्रालय में फेसबुक लाइव कार्यक्रम हमारा घर हमारा विद्यालय में विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने किया। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में सहभागी एक लाख से अधिक शिक्षकों और अन्य सहयोगियों को संबोधित करते हुए श्रीमती शमी ने कहा किए बच्चे हर अवसर से सीखते हैं। अगर बच्चा अपने पिता के साथ खेत में बोनी करने भी जाता है तो भी वह एक नया हुनर प्राप्त करता है और इस काम में दूरी और माप की गणितीय शिक्षा तथा पर्यावरण की शिक्षा प्राप्त करता है। हर कार्य उन्हें अनुभव प्रदान करता है। विभाग का दायित्व है किए स्कूल बंद होने से हम बच्चों को हर तरह से सीखने में सहयोग करें। उन्होंने पालकों से आग्रह किया है, कि बच्चों को घर पर भी अध्ययन का वातावरण उपलब्ध कराएंए उन्हें घर में ही एक उचित स्थान दें जहां वे बिना किसी व्यवधान के अपनी पढ़ाई कर सकें। हमारा घर हमारा विद्यालय योजना ऐसी ही एक भावनात्मक पारिवारिक पहल है जो बच्चों को परिवार के सहयोग से घर पर ही पढ़ाई को सुचारु रखने में सहयोगी होगी। इस अवसर पर आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र श्री लोकेश कुमार जाटव ने बताया कि हमारा घर हमारा विद्यालय योजना प्रदेश के कक्षा 1 से 8 तक के विद्याथिर्यों के लिए बनाई गई है। विद्यार्थी अब अपने घर पर ही विद्यालय के वातावरण में पढ़ाई कर सकेंगे। घर के स्कूल में सुबह 10 बजे पालक द्वारा घण्टी, धाली बजाकर स्कूल प्रारम्भ किया जाएगा। इसी प्रकार दोपहर 1 बजे घण्टी, थाली बजाकर अवकाश किया जाएगा। इससे बच्चों को घर में ही विद्यालय का आभास होगा। इस कार्यक्रम के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र ने एक सुझावात्मक समय सारिणी भी पालकों और विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही है। जिसके अनुसार सोमवार से शुक्रवार सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक विषयनुरुप अध्ययन होगा तथा शनिवार को मस्ती की पाठशाला के तहत मनोरंजनात्मक गतिविधियां आयोजित की जायेंगी। वहीं शाम को 2 घंटे विद्यार्थी अपने पारिवारिक बड़े, बुजुर्गों से कहानियां सुनकर उन पर नोट्स तैयार करेंगे और योग तथा अन्य खेलकूद की गतिविधियों का आयोजन अपने घर पर ही करेंगे। राज्य शिक्षा केन्द्र के द्वारा इस संबंध में अनेक पारंपरिक गतिविधियों के सुझाव भी प्रदान किए गए हैं। कोरोना के इस संकटकाल की स्थिति में छात्रों के निर्बाध सीखने को सुनिश्चित करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने कई कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिनमें व्हाट्सप्प के माध्यम से डिजिलेप, यानी डिजिटल लर्निंग इन्हांसमेंट प्रोग्राम, रेडियो के माध्यम से रेडियो स्कूल, दूरदर्शन मध्यप्रदेश पर क्लासरूम का प्रसारण, पिछले साल की दक्षता उन्नयन वर्कबुक का ग्रीन जोन में वितरण तथा शिक्षकों द्वारा बच्चों को दैनिक आधार पर फोन से संपर्क करना और उनकी पढाई में सहायता करना आदि प्रमुख हैं। इसी कड़ी में अब हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा है। हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम कक्षा 1 से 8 के विद्यार्थियों के लिए संचालन की योजना है। पालकों के सहयोग से विद्यार्थी अपने घर में एक नियत कक्ष, स्थान पर प्रतिदिन प्रातः 10 से दोपहर 1 बजे तक गतिविधियां करेंगे। पढ़ने, लिखने, गतिविधि करने, रेडियो कार्यक्रम सुनने तथा वाट्सअप के माध्यम से दिए जा रहे वीडियो अनुसार कार्यक्रम। प्रतिदिन प्रातः 10 बजे पालक द्वारा अपने घर में घण्टी, धाली बजाकर घर का विद्यालय प्रारम्भ किया जाएगा। इसी प्रकार दोपहर 1 बजे घण्टी, थाली बजाकर अवकाश किया जाएगा। सायं 4 से 5 बजे तक सभी विद्यार्थियों के लिए खेलकूद, कलात्मक गतिविधियों के लिए समय निर्धारित होगा, जो उन्हें दी जा रही सूची के अनुसार किया जाएगा। सायं 7 से 8 बजे तक, बच्चे अपने घर के बड़े.बूढ़ों से कहानी, किस्से सुनना एवं उन्हें अपनी भाषा में लिखने की गतिविधि करेंगे।

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