पिता के बिना जीवन की परिकल्पना असम्भव-श्री मेघवंशी
सिंगोली। आदिवासी बस्ती पहुचकर जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरण करके किसी स्वर्गीय पिता की पुण्यतिथि मनाना एक नेक और मानवीय कार्य है, जो सेवाभाव को दर्शाता है; यह कार्य ठंड के मौसम में ज़रूरतमंदों को राहत देता है और दिवंगत आत्मा की स्मृति को सम्मानजनक तरीके से याद करता है, जिससे समाज में सकारात्मक संदेश जाता है, वैसे तो हर कोई अपने पिता को बहुत प्यार करता है, लेकिन ऐसे लोगो की भी कमी नही है जो पिता की आत्मा की शांति के लिये जरूरतमंद का भला करने से कभी पीछे नही रहते जैसा कि नीमच जिले की सिंगोली तहसील के ग्राम अथवा बुजर्ग में बलाई समाज के स्तम्भ व समाजसेवी स्वर्गीय प्रभुलाल मेघवंशी की तृतीय पुण्यतिथि पर 300 कंबल वितरण के उदाहरण से पता चलता है.
यह मिशाल पिता की याद में न दिखावा ना कोई प्रदशन सिर्फ ठंडक से ठिठुरते गरीबो को कम्बल प्रदान करने वाले सिंगोली भाजपा मंडल अध्यक्ष राधेश्याम मेघवंशी द्वारा गुरुवार को अपने स्वर्गीय पिता श्री की तृतीय पुण्य तिथि के अवसर पर आदिवासी बाहुल्य ग्राम पाण्डुकुड़ी के घर घर पहुचकर हर एक जरूरतमंद को हाथ मे कम्बल प्रदान कर अपने स्वर्गीय पिता श्री की आत्मा की शांति व मोक्ष की कामना की, स्वर्गीय पिता श्री की तृतीय पुण्यतिथि के दौरान श्री मेघवंशी बड़े भावुक शब्दो मे अपने स्वर्गीय पिता का गुणगान करते हुए बताया कि पिता के बिना या उनकी अनुपस्थिति में किसी भी इंसान के जीवन की परिकल्पना असंभव हो जाती है। क्यो की माँ अगर बच्चे को उंगली पकड़कर चलना सिखाती है तो पिता उसे जिंदगी में बड़े कदम उठाने का हौसला देते है।
यह पिता का भरोसा ही होता है कि बच्चा उनके कंधों पर झूलता भी है और वँहा से छलांग लगाकर सफलता की राह पर चल निकलता है । आज सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में जो कुछ हासिल किया वह सब उनका आशीर्वाद है। समाज सेवी स्वर्गीय प्रभुलाल मेघवंशी की तृतीय पुण्यतिथि के दौरान आदिवासी ग्राम पाण्डुकुड़ी में जरूरतमंदों को कम्बल वितरण के दौरान जिला भाजपा महामंत्री अशोक विक्रम सोनी, जावद जनपद उपाध्यक्षा श्रीमती सोहनी देवी मेघवंशी, पूर्व मंडल अध्यक्ष गोपाल धाकड़, मंडल महामंत्री ओंकारलाल धाकड़ व पारस कुमार जैन,मंडल उपाध्यक्ष बाबूलाल धाकड़, सरपंच प्रतिनिधि विनोद कुमार धाकड़ झांतला,अनुसूचित जाति मोर्चा मंडल महामंत्री भगवतीलाल मेघवंशी, पप्पू गौतम बस, जमनालाल धाकड़, कचरूमल धाकड़, बबलू गुर्जर, गोपाल धाकड़ डुंगरिया सहित नगर एवं आसपास के सेकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।