सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों पर बैन को लेकर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यदि पटाखों पर प्रतिबंध लगाना है, तो इसे पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। यह टिप्पणी तब आई है जब विभिन्न राज्यों में पटाखों के उपयोग पर अलग-अलग नियम और प्रतिबंध हैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि यदि किसी राज्य में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाता है, तो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यह प्रतिबंध अन्य राज्यों में भी लागू हो। इससे यह सुनिश्चित होगा कि प्रदूषण और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों को कम किया जा सके। सुप्रीम कोर्ट की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब दीपावली जैसे त्योहारों के दौरान पटाखों के उपयोग के कारण वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ जाती है। इस टिप्पणी के बाद, यह स्पष्ट होता है कि सुप्रीम कोर्ट पटाखों पर एक समग्र दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता को महसूस कर रहा है। कोर्ट ने यह भी सुझाव दिया कि यदि किसी राज्य में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाता है, तो इसे अन्य राज्यों में भी लागू किया जाना चाहिए। इस संदर्भ में, कोर्ट ने आगे की सुनवाई की तारीख का निर्धारण किया है। प्रतिबंध लगाना है तो पूरे देश में लगाएं सुप्रीम कोर्ट ने यह स्पष्ट किया है कि यदि पटाखों पर प्रतिबंध लगाना है, तो यह पूरे देश में लागू होना चाहिए। यह टिप्पणी विभिन्न राज्यों में पटाखों के उपयोग के नियमों की समीक्षा करते हुए की गई है। कोर्ट ने कहा कि यह कदम प्रदूषण को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। क्या सभी राज्यों को एक समान नियमों का पालन करना चाहिए? कोर्ट ने यह भी कहा कि यदि किसी एक राज्य में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाता है, तो अन्य राज्यों को भी इसका पालन करना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके। इस संदर्भ में, कोर्ट ने राज्यों को एक समान नियमों का पालन करने की आवश्यकता पर जोर दिया। आगे की सुनवाई कब होगी? सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की आगे की सुनवाई की तारीख का निर्धारण किया है। कोर्ट ने कहा कि इस मुद्दे पर सभी पक्षों को सुनने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। यह सुनवाई अगले महीने की जाएगी, जिसमें सभी संबंधित पक्षों को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है।