पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष शुरू हो गया था। पाकिस्तान में आतंकियों के खात्मे के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की थी। पाकिस्तान दिल में भारत और भारत के लोगों के लिए भले ही कितनी दुश्मनी रखे, लेकिन भारत लोगों की जान की परवाह करता है। पाकिस्तान में आने वाले खतरे से भारत ने पाकिस्तान को अलर्ट किया। मीडिया खबरों के मुताबिक भारत ने पाकिस्तान को सूचना दी है कि तवी नदी में भीषण बाढ़ आ सकती है। इससे लिए पाकिस्तान अपने लोगों की रक्षा के लिए पहले से जरूरी कदम उठा ले। सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। समाचार-पत्र 'द न्यूज' ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत ने संभावित बाढ़ के बारे में जानकारी साझा करने के लिए पाकिस्तान से संपर्क किया है। भारत या पाकिस्तान की ओर से इस घटनाक्रम की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है और आमतौर पर ऐसी जानकारी सिंधु जल आयुक्त के माध्यम से साझा की जाती है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने 30 अगस्त तक पाकिस्तान के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी। एनडीएमए की यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब देश मानसून की बारिश से जूझ रहा है, जिसमें शनिवार तक 788 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 1,018 लोग घायल हुए हैं। सूत्रों के हवाले से खबर में दावा किया गया है कि भारत ने जम्मू में तवी नदी में संभावित भीषण बाढ़ के बारे में पाकिस्तान को आगाह किया है। इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने रविवार को यह चेतावनी दी। खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मई में पाकिस्तान-भारत के बीच हुए सैन्य संघर्ष के बाद यह अपनी तरह का पहला बड़ा संपर्क है। सिंधु जल संधि को किया था रद्द इसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारत द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर चेतावनी जारी की है। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के एक दिन बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक कदम उठाए, जिनमें 1960 की सिंधु जल संधि को "स्थगित" करना भी शामिल था। सिंधु जल संधि 1960 से भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के जल के बंटवारे और उपयोग को नियंत्रित करती रही है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने 30 अगस्त तक पाकिस्तान के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इनपुट एजेंसियां