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सीएम डॉ. मोहन यादव की बड़ी घोषणा ‘मध्यप्रदेश के हर विश्वविद्यालय में शुरु होगा वेटनरी कोर्स’, नई शिक्षा नीति को लेकर कही ये बात

Neemuch headlines July 23, 2025, 3:18 pm Technology

भोपाल। में बुधवार को ‘विकसित भारतके अंतर्गत ‘रोजगार आधारित शिक्षा: रुझान एवं नए अवसर’ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल मंगुभाई पटेल और सीएम डॉ. मोहन यादव द्वारा किया गया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और नई शिक्षा नीति अंतर्गत लिए जा रहे महत्वपूर्ण निर्णयों के बारे में बताया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मध्यप्रदेश के हर विश्वविद्यालय में वेटनरी कोर्स शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 70 से अधिक विश्वविद्यालय संचालित हो रहे हैं और नई शिक्षा नीति के तहत कई नवाचार किए जा रहे हैं। सीएम ने कहा कि अब शिक्षा सिर्फ डिग्री तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन से जुड़ी होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने जीवन में गुरु का महत्व बताया राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में ‘विकसित भारत @ 2047’ के अंतर्गत ‘रोजगार आधारित शिक्षा: रुझान एवं नए अवसर’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रदेश में शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि ‘हमें गर्व है कि भगवान श्रीकृष्ण ने शिक्षा ग्रहण करने के लिए मध्यप्रदेश की पावन धरती को चुना। उनका जीवन आज भी हर विद्यार्थी के लिए ज्ञान, अनुशासन और साधना का प्रेरणास्रोत है। सीएम ने गुरु की पारंपरिक अवधारणा के महत्व को बताते हुए कहा कि गुरु वही होता है जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए। इसी भावना के साथ मध्यप्रदेश में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को अब ‘कुलगुरु’ के रूप में संबोधित किया जा रहा है। निर्वाचन आयोग ने शुरू की उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया, कहा-जल्दी घोषित होगा कार्यक्रम और तारीख नई शिक्षा नीति के तहत हो रहे हैं कई नवाचार मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश में सत्तर से अधिक विश्वविद्यालय संचालित हो रहे हैं और नई शिक्षा नीति के तहत कई नवाचार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘एनईपी का उद्देश्य शिक्षा को जीवन से जोड़ना है। हम कृषि शिक्षा को सामान्य विद्यालयों तक ले जा रहे हैं, ताकि युवा प्रारंभिक स्तर से ही आधुनिक तकनीकों और नवाचारों को समझ सकें।’ उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल डिग्री तक सीमित नहीं होनी चाहिए बल्कि यह भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम होनी चाहिए।

हर विश्वविद्यालय में शुरु होंगे वेटनरी कोर्स इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश के प्रत्येक विश्वविद्यालय में वेटनरी कोर्स शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ‘प्रदेश सरकार मत्स्य उत्पादन से पशुपालन तक प्रत्येक सेक्टर को प्रोत्साहन देने के लिए काम कर रही है। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य है शिक्षा को जीवन से जोड़ना। इसी सोच के साथ हम कृषि शिक्षा को अब सामान्य विद्यालयों तक ले जा रहे हैं, ताकि हमारे युवा खेती से जुड़े आधुनिक ज्ञान, तकनीक और नवाचार को प्रारंभिक स्तर से ही समझ सकें।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि सांदीपनि विद्यालयों की स्थापना की जा रही है। आज के समय में कौशल ही पूंजी है और हमारे बच्चे आधुनिक शिक्षण सुविधाओं के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें यही हमारा लक्ष्य है।

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