मंदसौर। जिले के पत्रकारों ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पत्रकार सुरक्षा को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पत्रकारों ने आंदोलन, प्रदर्शन, अपराध और दुर्घटनाओं की रिपोर्टिंग के दौरान हो रहे खतरों को लेकर गहरी चिंता जताई और सुरक्षा की मांग की। पत्रकारों ने बताया कि वे लगातार विभिन्न संवेदनशील विषयों की कवरेज में लगे रहते हैं, जिससे कई बार उन्हें असामाजिक तत्वों और भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ता है। हाल ही में जीवनसिंह शेरपुर के प्रदर्शन के दौरान एक पत्रकार साथी पर हमला हुआ, जिससे पत्रकारों में भय और असुरक्षा की भावना व्याप्त हो गई है। पत्रकारों ने कहा कि लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका अहम है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संदेश की भी याद दिलाई, जिसमें उन्होंने कहा था कि हर व्यक्ति स्वतंत्रता से अपने विचार रख सके – यह लोकतंत्र की ताकत है।
ज्ञापन में निम्नलिखित 4 प्रमुख मांगें रखी गईं:
1. ड्यूटी पर तैनात पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और यदि कोई पत्रकार किसी हमले या असुरक्षा महसूस करे तो तुरंत कार्रवाई हो।
2. जीवनसिंह शेरपुर के प्रदर्शन के दौरान हुई घटना की जांच कर दोषियों को दंडित किया जाए।
3. पत्रकार सुरक्षा कानून शीघ्र लागू किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
4. पत्रकारों के साथ प्रशासन नियमित बैठकें कर संवाद स्थापित करे और गंभीर मामलों पर उनकी राय सुने।
पत्रकारों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र ध्यान नहीं दिया गया, तो वे आंदोलनात्मक कदम उठाने को मजबूर होंगे। इस दौरान जिले के वरिष्ठ पत्रकार, छायाकार और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे।