भोपाल। मध्यप्रदेश में आदिवासियों को लेकर एक बार फिर सियासत गर्मा गई है। सीहोर जिले के इछावर और बुधनी विधानसभा क्षेत्र में प्रस्तावित सरदार वल्लभ भाई पटेल अभयारण्य क्षेत्र (खिरनी अभयारण्य) को लेकर आदिवासी समुदाय के लोगों के घरों को अतिक्रमण बताकर वन विभाग की ओर से तोड़े जाने को लेकर सियासी पार चढ़ गया है। वन भूमि से बेदखल करने को लेकर आदिवासी समाज के लोग सड़क पर उतरने और उनके समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के आने के बाद ताबड़तोड़ एक्शन का दौर शुरु हो गया है। आदिवासियों के समर्थन में शिवराज सरदार वल्लभभाई पटेल अभ्यारण्य क्षेत्र के विरोध में शनिवार को हजारों की संख्या में आदिवासी समाज को लोगों ने सीहोर कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया। खास बात यह रही है कि आदिवासी समाज के लोगों जब कलेक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे तब पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान कलेक्ट्रेट में बैठक कर रहे थे। आदिसवासियों के प्रदर्शन की खबर लगते हुए शिवराज सिंह चौहान खुद प्रदर्शनकारियों के पास पहुंच गए और उनकी समस्या को सुना। शिवराज ने आदिवासियों को भरोसा दिलाया कि वह उनकी मांग मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान रविवारा को आदिवासियों के एक प्रतिनिधि मंडल के साथ मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की और उनकी समस्या को रखा। एक्शन में मुख्यमंत्री ड़ॉ. मोहन यादव-मुख्यमंत्री के साथ बैठक में जब आदिवासियों ने वन विभाग की ओर से उनके कच्चे मकान तोड़े जाने की शिकायत की तो मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कड़ा एक्शन लेते हुए सीहोर डीएफओ मगन सिंह डाबर का तत्काल हटाने के निर्देश दिए। बैठक के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ आए खिरनी अभयारण्य के लिए वन विभाग की कार्रवाई से प्रभावित जनजातीय वर्ग के लोगों की शिकायत सुनने के बाद जांच के निर्देश दिए है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और पीड़ितों को सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलाय जाएगा।
आदिवासियों के बीच मंत्री पहुंचें विजय शाह-वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर कैबिनेट मंत्री कुंवर विजय शाह रविवार को खिवनी अभ्यारण में अतिक्रमण मुक्त कराये क्षेत्र से प्रभावित आदिवासी परिवारो के बीच पहुंचे। उन्होंने पीड़ितों के बीच बैठकर उनके हालचाल पूछे, दुख-दर्द बांटा और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी द्वारा मुझे आप सभी का हाल जानने और मदद के लिए यहां भेजा गया है। सरकार आपके साथ खड़ी है। शासन की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आपको मिलेगा। वर्तमान में आर्थिक सहायता के रूप में चेक प्रदान किए जा रहे हैं, ताकि आप पुनः अपने आशियाने बसा सकें। पैदल ही खिरनी गांव पहुंचे विजय शाह-आदिवासी समुदाय के लोगों की समस्या जानने के लिए मंत्री विजय शाह बारिश के बीच कीचड़ भरे रास्ते से करीब 3 किलोमीटर का सफल तय करके पैदल खिरनी पहुंचे। मंत्री विजय शाह ने आदिवासी लोगों के किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है इसको जानने के लिए वह पैदल पहुंचे। वहीं आदिवासियों से मुलाकात करने के बाद विजय शाह ट्रैक्टर ट्रॉली में बैठकर वापस लौटे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार देवास जिले में खिवनी में अतिक्रमण मुक्त कराये गए क्षेत्र से प्रभावित आदिवासी परिवार को 06 माह का अतिरिक्त राशन के साथ सभी परिवारों को 20 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है।