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PM मोदी करेंगे दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज चिनाब रेल पुल का उद्घाटन, वंदे भारत ट्रेन को भी दिखाएंगे हरी झंडी

Neemuch headlines June 4, 2025, 3:14 pm Technology

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे 'आर्च ब्रिज' चिनाब रेल पुल का उद्घाटन करेंगे और जम्मू-कश्मीर के कटरा तथा श्रीनगर के बीच 'वंदे' भारत ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि कटरा में प्रधानमंत्री 46,000 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। कटरा में ही प्रसिद्ध माता वैष्णोदेवी मंदिर है। चिनाब पुल 359 मीटर की ऊंचाई पर है: चिनाब पुल को वास्तुशिल्प की बेमिसाल कृति बताते हुए बयान में कहा गया कि यह नदी से 359 मीटर की ऊंचाई पर है।

यह 1,315 मीटर लंबा 'स्टील आर्च ब्रिज' है जिसे भूकंप और हवा की हर स्थिति का सामना करने की दृष्टि से तैयार किया गया है। बयान में कहा गया है कि पुल का एक महत्वपूर्ण प्रभाव जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क को बढ़ाने में होगा। पुल पर चलने वाली वंदे भारत ट्रेन के माध्यम से कटरा और श्रीनगर के बीच यात्रा करने में केवल 3 घंटे लगेंगे जिससे मौजूदा यात्रा का समय 2 से 3 घंटे कम हो जाएगा। इसके अनुसार यह पुल भारत का पहला केबल-आधारित रेल पुल है, जो चुनौतीपूर्ण इलाके में देश की सेवा का एक माध्यम होगा। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक का भी होगा उद्घाटन : प्रधानमंत्री द्वारा जिन अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाना है उनमें 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना है। यह लगभग 43,780 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित है और इसमें 36 सुरंगें (119 किमी तक फैली हुई) और 943 पुल हैं। यह परियोजना कश्मीर घाटी और देश के बाकी हिस्सों के बीच हर मौसम में निर्बाध रेल संपर्क स्थापित करती है जिसका लक्ष्य क्षेत्रीय गतिशीलता के परिदृश्य को बदलना और सामाजिक-आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देना है।

प्रधानमंत्री मोदी विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में अंतिम छोर तक संपर्क को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कटरा में 350 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले 'श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस' की आधारशिला भी रखेंगे। इसमें कहा गया है कि यह रियासी जिले का पहला मेडिकल कॉलेज होगा, जो क्षेत्र में स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

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