1 हजार की आबादी का गांव है।बाणदा,जहां ऊबड़ खाबड़ सड़क से होकर निकलना है मजबूरी
जावद। पिछड़े व आदिवासी क्षेत्रों के साथ अनीति करने वाले,विकास के नाम पर जावद विधान सभा क्षेत्र में बड़ी बड़ी डींगे हांकने वाले,झूठ बोलने में महारत हासिल कर चुके विधायक ओम प्रकाश सकलेचा की निष्क्रियता व भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियां अब खुलकर सामने आने लगी है। अपने 23 साल के कार्यकाल में विकास के नाम पर झूठ बोलकर जावद विधान सभा क्षेत्र को बदतर हालातों में पहुंचाने वाले विधायक सकलेचा क्षेत्र की जनता से खिलवाड़ कर रहे है। आदिवासी ग्राम बाणदा,23 साल बाद भी सड़क की बांट जोह रहा है। लेकिन विधायक सकलेचा सत्ता के आनंद से बाहर ही नहीं निकल पा रहे है।आम जनता समस्याओं से गिरी हुई है,विधायक अपनी सत्ता की मस्ती में मस्त है। उक्त विचार व्यक्त करते हुए जावद के पूर्व जनपद अध्यक्ष व मध्यप्रदेश कांग्रेस के सचिव सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि जावद विधानसभा क्षेत्र का बाणदा गांव जहां 2002-2003 में कांग्रेस शासन में जावद के विधायक व मंत्री रहे घनश्याम पाटीदार के कार्यकाल में डामर रोड़ बना था।अब वर्ष 2025 आ गया उसके बाद भी आज दिन तक वहां रोड़ नहीं बन पाया है।23 साल हो गए अब वहां रोड़ नाम की चीज बची ही नहीं। डामर नाम की चीज ही नहीं बची है। सड़क मार्ग ऊबड़ खाबड़,गड्ढों में तब्दील हो चुका है। जब की बाणदा ग्राम पंचायत है, आदिवासी गांव है, 100 प्रतिशत गांव की आबादी आदिवासी है। 1000 से अधिक के लगभग मतदाता है। और लगभग 300 परिवारो का गांव है। विधायक ओमप्रकाश सकलेचा आदिवासियों को हमेशा बरगलाने का काम करते है।उनकी भोली भाली मानसिकता से खिलवाड़ करते आ रहे है।विधायक मतदाताओं से वोट मांगने कई बार बाणदा क्षेत्र में आ चुके है।लेकिन उनके द्वारा आज दिन तक बाणदा की सड़क नहीं बनवाई गई है। आदिवासी क्षेत्र होने से इस क्षेत्र की और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।आदिवासी लोगो के साथ भाजपा व उनके जन प्रतिनिधियों ने हमेशा धोखा किया है। व किया जा रहा है। सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि वर्ष 2003 में कांग्रेस सरकार के दौरान लाखों रुपए में जब बाणदा में डामर रोड़ बनाया गया था। उसके बाद कई बार विधायक के समक्ष आदिवासियों ने रोड बनाने की मांग की लेकिन कोई ध्यान ही नहीं दिया।हालत ये हो रहे है।कि बाणदा की सड़क का नाम भी लिस्ट में नहीं है। इस संबंध में श्री पाटीदार ने कहा कि उन्होंने पीडब्ल्यूडी अधिकारी से चर्चा की थी।तो उनका कहना था।कि यह रोड तो उनके विभाग की लिस्ट में ही नहीं है।जब की पूर्व में सड़क बनाने में लाखों रुपए खर्च हुए थे।उसके बाद भी पीडब्ल्यूडी की लिस्ट में ही बाणदा की सड़क नहीं है। यह आश्चर्यजनक तो है। ही वही विधायक की दोगली नीति की पोल भी खोलता है। विधायक ओमप्रकाश सकलेचा विकास के नाम पर बड़ी बड़ी बाते करते है, कहते फिरते है उन्होंने जावद ने डेवलपमेंट कर दिया,500 की आबादी वाले गांवों की भी सड़क बना दी गई इस प्रकार से जावद की जनता के बीच बड़ी बड़ी डींगे फांकी जाती है, आम जनता की भावना से खिलवाड़ करने का काम किया जाता है।जब की विधायक व उनकी पार्टी की भाजपा सरकार की कथनी और करनी में साफ अंतर नजर आता है।उन्होंने कुछ भी नहीं किया।इसका जीता जागता उदाहरण बाणदा गांव की सड़क है।जो विधायक ओमप्रकाश सकलेचा की निष्क्रियता को सामने ला रही है। फांकालाजी में माहिर बन चुके विधायक की घोर अनदेखी का खामियाजा पूरा विधान सभा क्षेत्र भोग रहा है।गांवों को सड़कों से जोड़ने के नाम पर बड़ी बड़ी डींगे हांकी जाती है लेकिन जमीनी धरातल पर हालात बद से बदतर नजर आते है।सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि विधायक ओमप्रकाश सकलेचा को सत्ते के आनंद से बाहर निकलकर जावद की जनता को समस्या को सुन उसे हल करना चाहिए। सत्ता के नशे में सत्ता की मौज मस्ती में जनता की समस्या को नहीं भूलना चाहिए। जन हित में लोगो के काम करे। यह नहीं कि सिर्फ वोट मांगने तक ही सीमित रहे। अन्यथा कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों व विधायक ओमप्रकाश सकलेचा की निष्क्रियता के विरुद्ध आदिवासियों के हित में आंदोलन करेगी।