नीमच । स्वर्ण लंकाधिपति रावण की बहन सुपनखा विवाहित थी सुपनखा का विवाह जिभ्यासूर से हुई था। इनका जन्म नाम वज्रमणी था और उपनाम सुपनखा था, इसके नाक और नाखून सुपडे के समान थे इसलिए नाम सुपनखा पड़ा। सुपनखा का पति जिभ्यासुर जिस किसी को भी जिव्हा से चाट लेता उसकी मौत हो जाती थी। इसलिए रावण ने स्वयं को मौत के डर से हत्या करवा दी थी। तभी से सुपनखा रावण से अपने पति की हत्या का बदला लेने की ठान चुकी थी। पंचवटी पर वनवास के दौरान श्री रामजी और लक्ष्मण से विवाह का प्रस्ताव लेकर गई थी तो वह झूठ बोली थी कि कुंवारी है। जनकनंदिनी माता सीताजी का अपहरण करने का सुझाव सुपनखा ने ही रावण को दिया था। सुपनखा ने पति का बदला लेने के लिए पूरी लंका का सर्वनाश करवा दिया उक्त बात रामलीला मंडल के संचालक प्रशान्त नवीन मिश्रा ने नाट्य कला रामलीला मंडल के द्वारा आयोजित 10 दिवसीय रामलीला मंचन के दौरान पंचवटी पर श्री राम और लक्ष्मण से सुपनखा (वज्रमणी) ने विवाह करने का प्रस्ताव रखा।
इसी प्रसंग पर धार्मिक रंगमंच से हजारों श्रद्धालुओं को जानकारी देते हुए कही। रामलीला मंचन के प्रारंभ में सर्वप्रथम कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रद्धालु भक्तों ने रामायण ग्रंथ पर द्वीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर आरती की। मंच पर आमंत्रित अतिथि का स्वागत रामलीला मंडल के पदाधिकारियों द्वारा किया गया। श्री राम जानकी और लक्ष्मण पिता की आज्ञा से 14 वर्ष के लिए वनवास पर निकले। इस दौरान चित्रकुट के घाट पर प्रभु श्री रामजी, लक्ष्मण और जानकीजी से मिलने राजा जनकजी, गुरु वशिष्ठ जी, मंत्री सुमंत, भरत, शत्रुग्न, माता सुमित्रा, कैकेई और कोशल्या पहुंची, जहां सभी ने श्री राम से पुनः अयोध्या लौटने की खुब विनती करी। वनवास के दौरान पंचवटी पर एक कुटिया बनाकर कुछ दिन रुके इसी दौरान रावण ने श्री राम को सीता जी से दूर करने माध्यम बनाया मामा मारीच से मृग बनने को कहा माता जानकी ने श्री राम से मृग को पकड़ने को कहा इधर रावण ने छल- कपट से साधू का भेष में माता सीताजी का अपहरण कर लिया।
इन दिनों नगर में चल रही रामलीला मंचन से पूरे नगर में धार्मिक माहौल बना हुआ है जिससे नगर श्री राम मय बना हुआ है। भगवान श्री राम, लक्ष्मण माता सीता, लंकापति रावण, श्री हनुमान जी, बाली, सुग्रीव सभी कलाकार बड़े ही बेहतरीन ढंग से पात्रों का मंच पर अपनी प्रस्तुति देकर दर्शकों को अपना कायल बना रहे हैं। प्रतिदिन रामलीला मंचन की धर्म गंगा में हजारों श्रद्धालुजन भक्ति की सरिता में गोते लगा रहे हैं। रामलीला रंगमंच पर होगा राम शबरी और राम हनुमान संवाद, का मंचन कल 10 दिवसीय राम जी की लीला मंचन के आयोजन में दसवें दिन आज 30 नवम्बर शनिवार को रात्रि 7 बजे से दुर्गा वाटिका विकास नगर मंदिर पर चल रही है जिसमें रामलीला रंगमंच पर राम शबरी, राम हनुमान भेंट संवाद प्रसंग का नाट्य रुपांतरण का मंचन किया जाएगा। रविवार को बालि वध की लीला विषय पर रामलीला होगी। सोमवार को लक्ष्मण को शक्ति लगने सहित विभिन्न धार्मिक विषयों पर प्रस्तुति दी जाएगी। रामलीला मंचन समिति के पदाधिकारियों ने क्षेत्र की समस्त धर्मप्रेमियों से अनुरोध किया है कि अधिक से अधिक संख्या में निर्धारित समय पर पहुंच कर धर्म लाभ लें।