इंदौर।मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में अपराधिक घटनाएं कम होने का नाम ही नहीं ले रही। आए दिन यहां कुछ ना कुछ ऐसी सामने आती है, जिससे दिल दहल जाता है, तो कई बार माइंड स्ट्रेसफुल हो जाता है।
लोगों के बीच डर का ऐसा माहौल बना हुआ है कि वह चंद घंटे के लिए भी अपने घरों में ताला लगा कर कहीं बाहर नहीं जाते। पुलिस व्यवस्था द्वारा कड़ाई करने के बावजूद ऐसी घटनाएं थमने का नाम ही नहीं ले रही है। इन दिनों लोगों को ठगने का नया तरीका निकाला गया है। धोखाधड़ी करने वाले लोग डिजिटल अब ठगने का काम कर रहे हैं। जिसका एक ताजा मामला हाल ही सामने आया है। बता दें कि यह एक प्रकार का साइबर फ्रॉड है, जिसके माध्यम से लोगों को डिजिटल अपना शिकार बनाया जाता है। जानें पूरा मामला दरअसल, पीड़ित ने क्राइम ब्रांच थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई है कि ठगों ने उन्हें व्हाट्सएप कॉल के जरिए फंसाया है। पीड़ित का कहना है कि उनके व्हाट्सएप नंबर पर एक कॉल आया, जिसमें सामने वाले ने खुद को मुंबई और दिल्ली क्राइम ब्रांच सहित सीबीआई का अधिकारी बताया। उसके बाद 71 लाख 34000 उनसे ठग लिए। जब उन्हें यहां बात पता लगी, फौरन इसके शिकायत की गई। एडिशनल डीसीपी ने कही ये बात एडिशनल डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने इस बारे में कहा कि पीड़ित की शिकायत पर क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा ठग का अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है।
साथ ही उन्होंने बताया कि शहर में डिजिटल ठगी के मामले लगातार तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जो कि मुंबई दिल्ली जैसे बड़े शहर और सीबीआई ऑफिसर बनकर लोगों से बात करते हैं और उनसे लाखों रुपए ठगने का काम करते हैं। फिलहाल, पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर लिया गया है। साथ ही, आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।