नीमच । शासन व्दारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओंका जमीनी स्तर पर पूरी पारदर्शिता के साथ क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में समय-समय पर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराते रहे। यह बात महिला एवं बाल विकास मंत्री तथा नीमच जिले की प्रभारी मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में जिला योजना समिति की बैठक में कृषि, उद्यानिकी, एवं स्वास्थ्य विभागकी समीक्षा के दौरान जिला अधिकारियों से कही। बैठक में सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक नीमच दिलीप सिह परिहार, विधायक मनासा अनिरूद्ध मारू, जिला पंचायत अध्यक्ष सज्जनसिह चौहान, विधायक जावद प्रतिनिधि सचिन गोखरू, पवन पाटीदार, एवं जिला योजना समिति के सदस्यगण, कलेक्टर हिमांशु चंद्रा, पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवालएवं अन्य जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सांसद गुप्ता एवं विधायक मारू के सुझाव पर प्रभारी मंत्री ने नीमच से झालावाड़ तक फोरलेन सड़क निर्माण , का प्रस्ताव तैयार कर, शासन को भिजवाने के निर्देश भी एमपीआरडीसी महाप्रबंधक को दिए।
सांसद गुप्ता ने रतनगढ़ घाट सेक्शन के सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता जांच के लिए अंर्तविभागीय समिति गठित कर, जांच करवाने का सुझाव भी दिया। विधायक परिहार एवं मारू ने जिले के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों की पूर्ति करने के सुझाव पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति करने के निर्देश भी जिला शिक्षा अधिकारी को दिए। बैठक में सांसद गुप्ता एवं विधायक मारू ने सुझाव दिया, कि मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों की टीम सप्ताह में एक दिन जावद एवं मनासा के स्वास्थ्य केंद्रों का भ्रमण कर, वहां की चिकित्सा व्यवस्था भी देख ले। विधायक नीमच ने नीमच नगरपालिका की जमीन पर अवैध अतिक्रमण हटाने, भेड समस्या का समाधान करवाने और अधोसंरचना मद में नगरपालिका को प्रदान की गई राशि किसी अन्य एजेंसी को सौंप कर कार्य करवाने का सुझाव भी दिया।
बैठक में प्रभारी मंत्री सुश्री भूरिया ने कृषि, उद्यानिकीएवं स्वास्थ्य विभाग व्दारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों, योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने अवगत कराया, कि जिले के किसानों, कृषि वैज्ञानिकों की संयुक्त परिचर्चा आयोजित की गई थी, ऐसी परिचर्चाएं हर माह आयोजित की जाएगी। सांसद ने लगभग दो हजार किसानों की कृषि संगोष्ठी आयोजित करनेऔर जैविक खेती, प्राकृतिक खेती एवं मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों से परिचर्चा करने का सुझाव भी दिया। बैठक में सांसद एवं विधायकगणों ने हाल ही में हुई बारिश से सोयाबीन की फसल को हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए कृषि एवं राजस्व की टीम से प्राथमिक सर्वे करवाने का सुझाव दिया। जिस पर कलेक्टर ने कहा, कि प्रारंभिक सर्वे का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। प्रभारी मंत्री ने बैठक में आगामी कृषि सीजन में किसानों को मांग अनुरूप उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
साथ ही नगद में उर्वरक खरीदी के लिए उर्वरक खरीदी केंद्र स्थापित करनेके निर्देश भी दिए। उन्होने डीएपी के विकल्प के तौर पर एनपीके एवं नैनो डीएपी का उपयोग करने हेतु किसानों को प्रेरित करने के निर्देश भी दिए। प्रारंभ में कलेक्टर, एस.पी. एवं अन्य अधिकारियों ने प्रभारी मंत्री एवं अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। कलेक्टर ने बैठक की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की तथा अंत में बैठक में प्राप्त सुझावों पर विभागों की ओर से कार्यवाही का विश्वास दिलाया।